नई दिल्ली: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्ट मैचों की सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच 16 मार्च से रांची के मैदान में खेला जाना है. लेकिन इस हाई वोल्टेज मुकाबले से पहले ही पिच को लेकर गर्माहट बढ़ गई है.
रांची के रण की तैयारियों में दोनों ही टीमें जुटी गई हैं. इस मैच से पहले ऑस्ट्रेलियाई खेमे ने पिच को लेकर हौव्वा बनाना शुरू कर दिया है और इस पूरे मुद्दे पर ऑस्ट्रेलियाई मीडिया का भी टीम को पूरा साथ मिल रहा है. आईसीसी के सवाल उठाने वाली पुणे की पिच पर चुप्पी साधने वाली इस टीम के अब बेतूके बोल ऐसे हैं जिस पर सब हैरान है.
पिच चुनने का अधिकार
ऑस्ट्रेलियाई मीडिया के मुताबिक रांची की पिच को चुनने का अधिकार भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली और कोच अनिल कुंबले को मिलेगा. जिसके बाद पिच क्यूरेटर की ईमानदारी पर सवाल उठ रहे हैं. वहीं इस पूरे मुद्दे पर क्यूरेटर एसबी सिंह ने कहा ‘ये बात सही है कि उन्होनें तीन पिच बनाई है और ये पिच नंबर 4, 5 और 7 है लेकिन उन्होने ऐसा कभी नहीं कहा कि कोहली को मैच के लिए पिच चुनने का विकल्प मिला हो.’ पिच क्यूरेटर ने कहा कि हमेशा की तरह मैच अधिकारियों को ही एक पिच चुनने का अधिकार होगा.
भारत पर दबाव
बेंगलुरु टेस्ट में हार का सामना करने वाली कंगारू टीम के ऑफ स्पिनर नाथन लॉयन ने रांची टेस्ट से पहले कहा कि दबाव भारत पर है. ऑस्ट्रिलेयाई टीम के ऊपर कोई दबाव नहीं है. रिपोर्ट्स के मुताबिक नाथन लॉयन के रांची टेस्ट में खेलने पर सस्पेंस बना हुआ है क्योंकि लॉयन के दाएं हाथ की उंगुली में चोट लग गई थी. हालांकि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को भरोसा है कि लॉयन तीसरे टेस्ट में जरूर खेलेंगे.
बता दें कि लॉयन के दाएं हाथ की तर्जनी उंगली में चोट है. अगर लॉयन पट्टी पहनकर खेलेंगे तो बल्लेबाज नियमों के मुताबिक उन्हें गेंदबाजी से रोक भी सकता है.