नई दिल्ली: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टिव स्मिथ को लेकर हुए DRS विवाद पर अब अंतरारष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने भी अपना रुख साफ कर दिया है. आईसीसी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि बेंगलुरु टेस्ट में किसी भी खिलाड़ी पर आईसीसी कोड ऑफ कंडक्ट का कोई चार्ज नहीं बनता है.
आईसीसी के मुताबिक उसने इस मैच से जुड़ी दोनों घटनाओं पर विचार किया है. जिसके बाद यह पाया गया कि आईसीसी इस मामले पर दोनों ही टीमों के कप्तानों पर कोई ऐक्शन नहीं लेगी. आईसीसी के चीफ एग्जिक्युटिव डेविड रिचर्डसन ने कहा कि हम इस मैच में दोनों टीमों के खिलाड़ियों में पूरी मैच भावना दिखी. हम दोनों टीमों के लिए कामना करते हैं कि वो अपनी ऊर्जा और अपने फोकस को रांची में खेले जाने वाले अगले टेस्ट मैच पर लगाएं.
जिम्मेदारियां दिलाएंगे याद
उन्होंने कहा कि तीसरे टेस्ट मैच से पहले मैच रेफरी दोनों टीमों के कप्तानों के साथ बैठक करेंगे. इसमें दोनों कप्तानों को खेल के प्रति उनकी जिम्मेदारियों को एक बार फिर से याद दिलाएंगे. आईसीसी के इस बयान के बाद दोनों टीम के बीच डीरएस को लेकर जारी विवाद थम सकता है.
ये है मामला
दरअसल, ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी के 21वें ओवर में उमेश यादव ने अपनी गेंद पर स्टीव स्मिथ को एलबीडब्लयू किया. जिस पर अपील करने के बाद अंपायर ने स्मिथ को आउट करार दिया. अंपायर के इस फैसले के बाद स्मिथ ने DRS लेने से पहले ड्रेसिंग रूम से मदद मांगी.
जिसके बाद तुरंत विराट कोहली ने इसके लिए आपत्ति भी जताई. विराट ने अंपायर से इस बात की शिकायत की. इस वाकये में अंपायर ने स्मिथ को रोका और स्मिथ बिना DRS लिए ड्रेसिंग रूम में लौट गए.