नई दिल्ली: टेस्ट में भले ही टीम इंडिया नंबर वन है लेकिन डिसीजन रिव्यू सिस्टम (DRS) के इस्तेमाल में टीम फिसड्डी साबित हो रही है. पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने DRS के फैसलों में जहां महारथ हासिल थी वहीं वर्तमान कप्तान विराट कोहली इस मामले में नाकाम साबित हो रहे हैं.
कप्तान कोहली और विकेटकीपर रिद्धिमान साहा दोनों को एमएस धोनी से इस प्रणाली को लेकर काफी कुछ सीखने की जरूरत है. आइए जानते हैं DRS के बारे में कुछ खास बातें….
1. हॉट स्पॉट (फ्रेंच वैज्ञानिक निकोलस बायन की खोज) एक कैमरे की ऐसी थर्मल इमेज है जिसमें बल्ले से छूती हुई गेंद से एक चमकता हुआ स्पॉट बनता है.
2. ब्रिटिश वैज्ञानिक एलन प्लास्केट ने 1990 में स्नीकोमीटर की खोज की. इसके प्रयोग से गेंद के बल्ले अथवा पैड को छूते ही आवाज़ आती है और उसका चित्र दिखाई देता है.
3. बीसीसीआई ने अन्य बोर्डों की तरह स्नीकोमीटर के प्रयोग पर असंतोष ज़ाहिर किया है. उसका कहना है कि इस टैक्नोलॉजी में यह पता नहीं चलता कि आवाज़ गेंद के बल्ले को छूने की है या बल्ले के मैदान को छूने की.
4. इस समस्या से निपटने के लिए अल्ट्रा-एज सिस्टम का इस्तेमाल किया गया. यह स्नीकोमीटर का एक सुधरा हुआ रूप है. इससे आवाज़ में अंतर का पता चलने लगा. इस तकनीक को ज़्यादातर ने स्वीकार किया.
5. डीआरएस हाक-आई, अल्ट्रा-एज, स्नीकोमीटर और हॉट स्पॉट की प्रौद्योगिकी का मिला जुला रूप है.
6. इंटरनैशनल क्रिकेट काउंसिल ने इस टैक्नोलॉजी का पहली बार इस्तेमाल 24 नवम्बर, 2009 को डुनेडिन में न्यूज़ीलैंड और पाकिस्तान के बीच खेले गए पहले क्रिकेट टेस्ट में किया था.
7. इस टैक्नोलॉजी का वन-डे क्रिकेट में पहली बार इस्तेमाल 16 जनवरी, 2011 को मेलबोर्न में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच मैच में किया गया था.
8. आखिरकार डीआरएस का भारत में पहली बार इस्तेमाल इंग्लैंड के खिलाफ चल रही पांच टेस्ट मैचों की सीरीज़ में किया गया है.
धोनी को क़ामयाबी
9. महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में भारत को इस टैक्नोलॉजी से 95 फीसदी क़ामयाबी मिली है जबकि विराट कोहली का रिकॉर्ड इससे ठीक उलट है.
10. धोनी की क्रिकेट में ऑलराउंड खूबियों का असर इस क़ामयाबी का बड़ा कारण साबित हुआ.
11. यह भी एक रोचक तथ्य है कि धोनी ने शुरू से ही डीआरएस के प्रयोग का स्वागत किया है.
विराट Vs स्मिथ
दोनों के आंकड़े भारत और विराट ऑस्ट्रेलिया और स्मिथ
पहला टेस्ट 2017
कुल रिव्यू लिए 7 7
सफलता 1 3
भारत Vs ऑस्ट्रेलिया (आखिरी 7 टेस्ट)
कुल रिव्यू लिए 49 30
सफलता 13 11
सफलता प्रतिशत 26.5 % 36.7 %
ओवरऑल रिकॉर्ड
फील्डिंग करते हुए सफलता प्रतिशत 19.4 % 26.8 %
पहले टेस्ट में ग़लती कहां हुई ?
12. भारत ने दूसरी पारी में छह ओवर के अंतराल में दो रिव्यू गंवाए. इन मौकों पर मुरली विजय और के. एल राहुल एलबीडब्ल्यू आउट हुए
13. नए आए बल्लेबाज़ों ने 74 ओवर तक डीआरएस नियम का फायदा उठाया. (एक टीम 80 ओवर में दो बार ही रिव्यू ले सकती है)
14. भारतीय टीम के पूर्व विकेटकीपर दीपदास गुप्ता का मानना है कि रेफरल लेने के लिए फील्डिंग टीम का डीआरएस कप्तान उसका विकेटकीपर होना चाहिए.
15. देखा गया है कि भारतीय टीम के विकेटकीपर रिद्धिमान साहा रिव्यू कॉल के समय अपने कप्तान के खिलाफ जाने का साहस नहीं दिखा पाते.
16. नज़दीकी फील्डरों और विकेटकीपर को रिव्यू के लिए डीआरएस की ट्रेनिंग दी जाए जिससे वे रिव्यू कॉल के बारे में सही निष्कर्ष पर पहुंच सकें.
17. विकेटकीपर को बतौर डीआरएस कप्तान के इस बारे में कॉल करने की अनुमति मिलनी चाहिए.
18. उसे डीआरएस और संबंधित टैक्नोलॉजी के लिए तैयार किया जाए.
बीसीसीआई और डीआरएस
19. बीसीसीआई प्रति मैच डीआरएस के 60 हज़ार अमेरिकी डॉलर के वित्तीय बोझ उठाने के पक्ष में नहीं है. उसने एसोसिएट देशों पर इसके फंड का ज़िम्मा डालने का सुझाव दिया है.
20. बीसीसीआई को हाक-आई और हॉट स्पॉट के एकाधिकार से भी शिकायत है.
21. सटीकता, लगातार सही निर्णय और इस टैक्नोलॉजी की दक्षता कसौटी पर है.
22. भारत का डीआरएस की शुरुआत में 2008 में एक कड़वा अनुभव सामने आया था. उस वर्ष भारत के इंग्लैंड दौरे में वैसलीन गेट मामला अच्छा खासा सुर्खियों में रहा था. उस सीरीज़ में इंग्लैंड के तेज़ गेंदबाज़ स्टुअर्ट ब्रॉड ने वीवीएस लक्ष्मण के बल्ले का यह कहकर निरीक्षण किया था कि कहीं उन्होंने टैक्नोलॉजी से बचने के लिए बल्ले पर वैसलीन तो नहीं लगाई.
23. स्टम्प से 2.5 मीटर आगे रहने की स्थिति में हाक-आई के इस्तेमाल को अवैद्य करार दिया गया था. यह नियम डीआरएस में शामिल था.
24. इस 2.5 मीटर के नियम से इयान बेल को बैंगलुरु में खेले गए वर्ल्ड कप मैच में नॉटआउट करार दिए जाने से भारत मैच को जीत नहीं सका था और उस मैच का परिणाम टाई रहा था.
25. विराट कोहली सहित टीम के सीनियर खिलाड़ी भारत में डीआरएस को लागू करने के लिए बीसीसीआई को सुझाव देते दिखाई दिए हैं.
26. बीसीसीआई किराए के हॉट स्पॉट, 2 आई-आर कैमरा और थर्मल इमेजिंग टैक्नोलॉजी के प्रतिदिन के हिसाब से दस लाख रुपये खर्च करने के पक्ष में नहीं है.
27. वह केवल हाक-आई और अल्ट्रा-एज टैक्नोलॉजी के पक्ष में है.