हैदराबाद: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच का पहला दिन खत्म हो चुका है. पहले दिन के खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में बिना किसी नुकसान के 40 रन बना लिए हैं.
बेंगलुरु के एम चिन्नास्वानी स्टेडियम में खेले जा रहे चार टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले दिन भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया. पुणे टेस्ट मैच की तरह इस बार भी भारतीय बल्लेबाज नहीं चल पाए और 189 रनों पर ही पूरी टीम ऑल आउट हो गई.
टीम इंडिया की बल्लेबाजी फेल
पुणे की तरह बेंगलुरु टेस्ट में भी टीम इंडिया की बल्लेबाजी फेल हो गई. ओपनर लोकेश राहुल को छोड़ कोई भी भारतीय बल्लेबाज ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के आगे पांव नहीं जमा सका. नतीजा ये हुआ कि पूरी टीम सिर्फ 189 रन पर ढेर हो गई. भारतीय बल्लेबाजों के पैवेलियन लौटने की शुरुआत स्टार्क ने अभिनव मुकुंद का विकेट चटका कर की. लेकिन इसमें रंग जमाया नाथन लियॉन की फिरकी ने.
लियॉन की फिरकी
लियॉन ने सबसे पहले पुजारा को अपनी जाल में फंसाया. पुजारा को स्पिन खेलने में महारत है लेकिन इस सीरीज की 3 पारियों में वो 2 बार स्पिन के खिलाफ ही आउट हुए हैं. पुणे टेस्ट की 2 पारियों में 37 रन जोड़ने वाले पुजारा ने बेंगलुरु टेस्ट की पहली पारी में सिर्फ 17 रन बनाए. पुजारा के बाद लियॉन ने विराट के बल्ले पर ब्रेक लगाया और अपने नाम एक शानदार रिकॉर्ड दर्ज करा लिया. वो टेस्ट क्रिकेट में पुजारा और विराट को सबसे ज्यादा 5 बार आउट करने वाले गेंदबाज बन गए.
गेंद को कराते हैं फ्लाइट
विराट के कोच राजकुमार शर्मा के मुताबिक, लाथन एक बेहतरीन गेंदबाज हैं, जो गेंद को अच्छे से फ्लाइट कराते हैं, जिससे बल्लेबाजों को मुश्किल होती है. यही वजह है कि वो इतने सफल हैं. विराट ने सिर्फ 12 रन बनाए, जबकि इस सीरीज की 3 पारियों में वो सिर्फ 25 रन ही जोड़ सके हैं. वहीं विराट को लेकर उनका मानना है कि कोहली से शॉट सलेक्शन में गलती हुई जिस कारण वो आउट हो गए.
दोहरी मानसिकता
भारत के पूर्व क्रिकेटर और टीम इंडिया के कोच रहे अंशुमन गायकवाड़ के मुताबिक बेंगलुरू में विराट का आउट होना उनके दोहरी मानसिकता का नतीजा है. बेंगलुरू टेस्ट में लियॉन ने अगला शिकार रहाणे का किया, जिन्हें उन्होंने वेड के हाथों स्टम्प कराया. रहाणे भी सिर्फ 17 रन ही बना सके.
मिडिल ऑडर
टेस्ट क्रिकेट में लियॉन ने रहाणे का विकेट भी 5वीं बार लिया है. भारतीय टॉप ऑडर के बाद बेंगलुरू में लियॉन ने मिडिल ऑडर को भी नहीं बख्शा. देखते ही देखते लियॉन ने अश्विन, साहा और जडेजा को भी चलता कर दिया और इसके बाद ओपनर लोकेश राहुल के जमे हुए पांव भी उखाड़ दिए. राहुल 90 रन बनाकर आउट हुए. टीम इंडिया के ताबूत में आखिरी कील भी लियॉन ने ही ईशांत शर्मा का विकेट लेकर ठोंकी.
लियॉन ने इस मैच में 50 रन देकर 8 विकेट लिए. टेस्ट क्रिकेट में ये 8वीं बार है जब लियॉन ने 5 या उससे ज्यादा विकेट लिए हैं. बल्लेबाजों के लचर प्रदर्शन को देखकर पुणे के बाद बेंगलुरू में भी टीम इंडिया पर बड़ी हार का खतरा मंडराने लगा है.