नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले टेस्ट में टीम इंडिया को 333 रनों से पुणे की पिच पर हार का सामना करना पड़ा था. पहले टेस्ट में जिस तरह से टीम इंडिया को पटखनी मिली, उसके बाद पिच और भारत की रणनीति दोनों पर सवाल उठ रहे हैं. ऐसे में अब भारतीय टीम को जरुरत है बेंगलुरु टेस्ट में बेहतर रणनीति के साथ उतरे ताकि कंगारुओं को करारा जवाब दिया जा सके.
टीम इंडिया दूसरे टेस्ट के लिए बेंगलुरु पहुंच चुकी है और अपने मिशन कमबैक को अंजाम देने में भी जुट गई है. लेकिन उसकी तैयारियां चिन्नास्वामी मैदान पर कितनी कारगर होगी इसका पता खेल शुरू होने के बाद ही चलेगा क्योंकि अगर आकड़ों को देखें तो टीम इंडिया का बेंगलुरु के चिन्नास्वामी मैदान पर रिकॉर्ड बहुत अच्छा नहीं है.
गेमप्लान
दरअसल, टीम इंडिया ने साल 1998 से 2008 के बीच इस मैदान पर एक भी मैच नहीं जीता है. जबकि 1998 से 2008 के बीच खेले गए 7 मैचों में टीम इंडिया ने 4 गंवाए और 3 बेनतीजा रहे. हालांकि भारत के पूर्व क्रिकेटर और टीम इंडिया के पूर्व सलेक्टर सबा करीम के मुताबिक इन आंकड़ों का ज्यादा फर्क नहीं पड़ने वाला. सबा करीम के मुताबिक विराट की टीम में वापसी का दमखम है और बेंगलुरु में वो अपने गेमप्लान को सही से अमलीजामा पहनाते हुए ऐसा करने में सफल रहेंगे.
सिर्फ एक जीत
चिन्नास्वामी स्टेडियम में भारतीय टीम का कंगारुओं के साथ अब तक पांच बार आमना-सामना हो चुका है. जिसमें सिर्फ एक में ही भारतीय टीम को जीत मिली हासिल हुई है जबकि ऑस्ट्रेलिया दो टेस्ट में भारत को हरा चुका है. इसके अलाव दो टेस्ट ड्रॉ रहे थे.
टीम इंडिया को हरा सकती है ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलियाई टीम के स्पिन सलाहकार श्रीराम के मुताबिक ऑस्ट्रेलिया एक बार फिर से इस मैदान पर टीम इंडिया को हरा सकती है. उनका कहना है कि कंगारू टीम ने भारत में सबसे ज्यादा जीत बेंगलुरु में ही दर्ज की है, इसलिए उम्मीद है कि वो अपने जीत के इस लय को टीम इंडिया के खिलाफ अगले टेस्ट में भी बरकरार रखेगी.
बेंगलुरु विराट का दूसरा घर
बेंगलुरु की पिच की बात की जाए तो यहां की पिच भारतीय बल्लेबाजों के लिए शानदार रही है, खासकर कप्तान विराट कोहली का इस मैदान से गहरा नाता रहा है. विराट के कोच राजकुमार शर्मा का कहना है कि बेंगलुरु विराट का दूसरा घर है, जहां उसके लिए फैन्स का ढेर सारा सपोर्ट है. वहां की पिच उसे काफी रास आती है. ऐसे में सीरीज में 0-1 से पीछे चल रही टीम इंडिया के लिए बेंगलुरु टेस्ट में कमबैक करना आसान रहेगा.
चिन्नास्वामी की पिच को तेज गेंदबाजों का मददगार कहा जाता है. ऐसे में अब देखना ये है कि पुणे की हार का हिसाब लेने के लिए कोहली बेंगलुरु में कंगारुओं के खिलाफ अपने बॉलिंग ब्रिगेड में किन हथियारों को लेकर उतरते हैं. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दूसरा टेस्ट 4 फरवरी को बेंगलुरु में खेला जाएगा.