Categories: खेल

राज्यवर्धन सिंह राठौर की डबल ट्रैप सहित कुल तीन इवेंट्स ओलिम्पिक से हटाई गईं

नई दिल्ली (प्रो स्पोर्टीफाई) :  जिस इवेंट में राज्यवर्धन सिंह राठौर ने एथेंस ओलिम्पिक में रजत पदक हासिल किया था, उस इवेंट को टोक्यो में होने वाले अगले ओलिम्पिक खेलों से हटा दिया गया है. यह पुरुषों की डबल ट्रैप इवेंट थी. अब इसकी जगह मिक्स्ड जेंडर ट्रैप इवेंट को ओलिम्पिक में शामिल करने के लिए भेजा गया है. इस बारे में अंतिम फैसला अंतरराष्ट्रीय ओलिम्पिक कमिटी को करना है.
डबल ट्रैप के अलावा 50 मीटर राइफल प्रोन इवेंट और इतनी ही दूरी की पिस्टल इवेंट को भी अगले ओलिम्पिक से हटाने का फैसला किया गया है. इनमें 50 मीटर राइफल प्रोन की जगह दस मीटर एयर राइफल मिक्स्ड इवेंट और 50 मीटर पिस्टल इवेंट की जगह दस मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड इवेंट को शामिल किया गया है.
इंटरनैशनल शूटिंग स्पोर्ट्स फेडरेशन (आईएसएसएफ) की कार्यकारी समिति और प्रशासनिक काउंसिल ने संयुक्त रूप से इस फैसले पर मोहर लगाई. आईएसएसएफ के महासचिव फ्रेंज श्राइवर और नैशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष रणइंदर सिंह ने इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि ओलिम्पिक खेलों में पुरुषों और महिलाओं की इवेंट्स की संख्या में समानता लाने के मद्देनज़र यह कदम उठाया गया है.
हटाई गई तीनों इवेंट्स आईएसएसएफ वर्ल्ड कप सीरीज़ से भी बाहर कर दी गई हैं लेकिन ये चार साल में होने वाली वर्ल्ड चैम्पियशिप, महाद्वीपीय चैम्पियनशिप और कॉमनवेल्थ गेम्स का हिस्सा बनी रहेंगी. इन तीनों इवेंट्स में भारत के कई युवा खिलाड़ी शानदार प्रदर्शन कर रहे थे. इन इवेंट्स के हटने से अब उन्हें नए सिरे से अपनी तैयारियों को अंजाम देना होगा और नई इवेंट्स को चुनना होगा.
लंदन ओलिम्पिक के कांस्य पदक विजेता गगन नारंग, पूर्व वर्ल्ड नम्बर वन पिस्टल शूटर जीतू राय, वर्ल्ड कप के पदक विजेता पीएन प्रकाश, कॉमनवेल्थ गेम्स के पदक विजेता ओमकार सिंह और डबल ट्रैप इवेंट के वर्ल्ड कप के पदक विजेता मोहम्मद असब इन इवेंट्स के हटने से सबसे ज़्यादा प्रभावित हुए हैं. ज़्यादातर भारतीय निशानेबाज़ों ने आईएसएसएफ के इस फैसले को बिना सिर पैर का बताया है. इनका कहना है कि रियो ओलिम्पिक में इस बारे में कोई सुगबुगाहट नहीं थी.
पिछले साल अगस्त से लेकर अब तक करीब छह महीने में वह अपनी इन इवेंट्स की तैयारियों में जुटे थे. अब चार साल में होने वाली वर्ल्ड चैम्पियनशिप, एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए ही कोई इन इवेंट्स के साथ क्यों जुड़ा रहेगा जबकि ओलिम्पिक इस क्षेत्र में सबसे बड़ा मंच है जिसकी अनदेखी कोई नहीं करेगा.
admin

Recent Posts

हिमंत सरकार ने असम में शुरू किया नामकरण, करीमगंज जिले का नाम बदलकर ‘श्रीभूमि’ रखा

असम की हिमंत बिस्वा सरकार ने राज्य में नामकरण करना शुरू कर दिया है। मंगलवार…

19 minutes ago

महाराष्ट्र में पहले चरण और झारखंड में दूसरे चरण का मतदान आज, दिल्ली में पॉल्यूशन से लोगों को मिली थोड़ी राहत

नई दिल्ली: झारखंड में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर दूसरे चरण का मतदान आज यानी 20…

21 minutes ago

हिंदू से मुस्लिम बने AR रहमान का पत्नी से हुआ तलाक, 29 साल बाद साथ छोड़ गईं सायरा

सायरा ने अपने बयान में कहा है कि उन्होंने यह फैसला रिश्ते में भावनात्मक तनाव…

40 minutes ago

5 राज्यों की 15 विधानसभा सीटों और 1 लोकसभा सीट पर मतदान शुरू, UP में कांटे की टक्कर

आज यानी बुधवार को महाराष्ट्र विधानसभा की सभी 288 सीटों और झारखंड में दूसरे चरण…

59 minutes ago

कब है उत्पन्ना एकादशी, जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, महत्व और सही तिथि

नई दिल्ली: उत्पन्ना एकादशी हिंदू धर्म में अत्यधिक पवित्र और फलदायी व्रत माना जाता है।…

1 hour ago

UP Bypolls: चुनाव आयोग बोला पुलिस न उठाए बुर्का, अखिलेश अब…

उत्तर प्रदेश में आज 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं। सोमवार को चुनाव…

1 hour ago