नई दिल्ली: दिल्ली के इंदिरा गांधी खेल परिसर के केडी जाधव हॉल में खेले गए प्रो रेसलिंग लीग में कलर्स दिल्ली सुल्तांस की मारिया स्टैडनिक को चार मुक़ाबले खेलने के लिए 47 लाख रुपये की राशि हासिल हुई. मारिया स्टैडनिक ने इन चार मुक़ाबलों के लिए मैट पर कुल 10.5 मिनट बिताए. यानी उन्होंने प्रति मिनट चार लाख 47 हजार 619.05 रुपये की कमाई की.
वहीं आईपीएल में राइज़िंग पुणे सुपरजॉयंट्स टीम में शामिल किए गए इंग्लैंड के तेज़ गेंदबाज़ बेन स्टोक्स 14.5 करोड़ रुपये कमाकर भी प्रति मिनट कमाई में कलर्स दिल्ली सुल्तांस की मारिया स्टैडनिक से कहीं पीछे दिखाई देते हैं.
दिल्ली सुल्तांस के को-ओनर अनुराग बत्रा ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि बेशक क्रिकेट कुश्ती या अन्य खेलों से अलग है लेकिन मैदान पर कम मौजूदगी में ज्यादा कमाई के मामले में मारिया बेन स्टोक्स से कहीं ऊपर ठहरती हैं और उन्हें इस बात का गर्व है. उन्होंने आगे बताया कि अगर बेन स्टोक्स के नौ मैचों में प्रति मैच चार ओवर के स्पेल के हिसाब से देखें तो उन्हें प्रति मिनट 10 लाख छह हज़ार 944 रुपये हासिल होंगे. अब उनके बल्लेबाजी करने की स्थिति में इसमें आठ ओवर और जोड़ दिए जाएं तो प्रति मिनट आठ लाख 23 हज़ार 863 रुपये बनते हैं. इसके अलाव यदि इसमें फील्डिंग के साढ़े 13 घंटों को भी जोड़ दें तो उनकी प्रति मिनट कमाई एक लाख 47 हज़ार 59 रुपये बनेंगे. यानी मारिया स्टैडनिक से प्रति मिनट करीब तीन लाख 560 रुपये कम हैं.
मारिया रियो ओलिम्पिक के 48 किलो वर्ग में रजत पदक हासिल कर चुकी हैं. इससे पहले वो लंदन (2012) और बीजिंग (2008) ओलिम्पिक में भी उन्हें रजत पदक हासिल हुए थे. वहीं अगर हम प्रो कबड्डी लीग के सबसे कमाऊ खिलाड़ी मोहित छिल्लर की प्रति मिनट आमदनी देखें तो वह मारिया स्टैडनिक और बेन स्टोक्स से कहीं कम है. मोहित ने सीज़न 4 में कुल 14 मैच खेले। कबड्डी मैच में 20-20 मिनट के दो हाफ होते हैं. इसके अलावा अगर उन्हें हर मैच में औसतन 20 मिनट भी मैदान पर देखते हैं तो 14 मैच के हिसाब से प्रति मिनट वह 18 हजार 929 रुपये कमा पाते हैं. यानी कबड्डी लीग का सबसे कमाऊ खिलाड़ी प्रति मिनट कमाई के मामले में इनके मुक़ाबले फिसड्डी साबित हुआ है.