नई दिल्ली: इंडियन प्रीमियर लीग यानी IPL सीजन 10 के लिए भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को आईपीएल फ्रेंचाइजी राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स ने टीम की कप्तानी से हटा दिया है. धोनी के 13 सालों के करियर में ऐसा पहली बार हुआ है जब उन्हें किसी प्रकार के रिजेक्शन का सामना करना पड़ा है.
23 दिसंबर 2004 में बांग्लादेश की टीम के खिलाफ धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वनडे मैच से पदार्पण किया था. जिसके बाद धीरे-धीरे धोनी भारतीय टीम के तीनों फॉर्मेट के कप्तान बने. धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम ने 2007 में खेले गए पहले T20 वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया था. इसके बाद धोनी की कप्तानी में 28 साल का सूखा खत्म हुआ और भारतीय टीम ने 2011 में वर्ल्ड कप को एक बार फिर से अपने नाम कर लिया.
चेन्नई के कप्तान
आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स एकमात्र सफलतम टीमों में गिनी जाती है और इसके कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ही थे. 2008 से 2015 तक चेन्नई की टीम ने धोनी की कप्तानी में 6 बार फाइनल तक का सफर तय किया. जिसमें से टीम ने 2010 और 2011 के आईपीएल खिताब को अपने नाम भी किया. लेकिन इसके बाद आरोपों के चलते चेन्नई की टीम और राजस्थान रॉयल्स को दो सीजन (2016 और 2017) से आईपीएल से निलंबन झेलना पड़ा रहा है.
पुणे ने खरीदा
2016 में राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स को चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स के निलंबन के बाद पिछले साल आईपीएल में शामिल किया गया था. जबकि दूसरी टीम गुजरात लायंस की है. आईपीएल की दो नई टीमों के लिए खिलाड़ियों की नीलामी में पुणे की टीम ने महेंद्र सिंह धोनी को 12.5 करोड़ रुपये में खरीदा था और टीम की कप्तानी सौंपी थी.
धोनी फ्लॉप
सबको उम्मीद थी की चेन्नई के लिए जैसी कप्तानी धोनी की रही वैसी पुणे के लिए भी रहेगी लेकिन धोनी की कप्तानी में आईपीएल 2016 में पुणे की टीम पूरी तरह फ्लॉप साबित हुई. लीग के 14 मुकाबलों में से महज 5 ही में टीम को जीत हासिल हो पाई और 9 में हार का सामना करना पड़ा. टीम 7वें स्थान पर रही. धोनी अब तक के एकमात्र खिलाड़ी हैं जिन्होंने आईपीएल के सभी 9 सत्रों में कप्तानी की है.
छोड़ी कप्तानी
13 सालों में ऐसा पहली बार हुआ है जब धोनी के इस तरह के रिजेक्शन का सामना करना पड़ा है. इससे पहले धोनी ने 2014 में भारतीय टेस्ट टीम से संन्यास ले लिया था. और 2017 की शुरुआत में वनडे और टी20 से भी भारत की कप्तानी छोड़ने का फैसला किया था.