नई दिल्ली: ओलंपिक में कांस्य पदक जीत चुके गगन नारंग का कहना है कि अगर भविष्य में ओलंपिक के लिये ISSF एथलीट आयोग की मिश्रित टीम की सिफारिश को विश्व संस्था ने हरी झंडी दे दी तो इससे निशानेबाजी के माहौल को करार झटका लगेगा.
नारंग का कहना है कि निशानेबाजी खेल के माहौल से तीनों स्पर्धाओं के ओलिंपिक कार्यक्रम से हटने से करारा झटका लगेगा. उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में प्रोन स्पर्धा काफी लोकप्रिय है. अगर इसे हटा लिया गया तो कई निशानेबाज जो सिर्फ प्रोन में ही निशानेबाजी कर रहे हैं वो बाहर हो जाएंगे.
कंपनियों पर भी असर
नारंग का कहना है कि इससे उपकरण बनाने वाली कंपनियों पर भी असर देखने को मिलेगा. उपकरण बनाने वाली कंपनियां को उन उपकरणों को बनाना बंद करना होगा जो 50 मी प्रोन और 50 मी पिस्टल स्पर्धा के लिए चाहिए होते हैं.
ये है मांग
बता दें कि ओलंपिक में भारत के लिए एकमात्र व्यक्तिगत गोल्ड जीतने वाले अभिनव बिंद्रा की अध्यक्षता वाली आईएसएसएफ एथलीट समिति ने ओलंपिक खेलों के लिए मिश्रित टीम स्पर्धा की सिफारिश की है. इस पैनल में डबल ट्रैप पुरुष स्पर्धा की जगह मिश्रित ट्रैप स्पर्धा, 50 मी प्रोन पुरुष स्पर्धा को मिश्रित एयर राइफल स्पर्धा और 50 मी पिस्टल पुरुष स्पर्धा को मिश्रित एयर पिस्टल स्पर्धा में बदलने की मांग की है.