नई दिल्ली. भारतीय मुक्केबाजी जगत के सबसे बड़े सितारों में से एक ओलम्पिक कांस्य पदक विजेता विजेंदर सिंह अब पेशेवर मुक्केबाज बन गए हैं. आईओएस स्पोर्ट्स एंड इंटरटेनमेंट कम्पनी से जुड़े विजेंदर ने सोमवार को लंदन में क्वींसबरी प्रोमोशंस नाम की प्रोमोशन कम्पनी के साथ पेशेवर करार किया. इस करार के तहत विजेंदर को पहले साल कम से कम छह मुकाबले लड़ने होंगे.
नई दिल्ली. भारतीय मुक्केबाजी जगत के सबसे बड़े सितारों में से एक ओलम्पिक कांस्य पदक विजेता विजेंदर सिंह अब पेशेवर मुक्केबाज बन गए हैं. आईओएस स्पोर्ट्स एंड इंटरटेनमेंट कम्पनी से जुड़े विजेंदर ने सोमवार को लंदन में क्वींसबरी प्रोमोशंस नाम की प्रोमोशन कम्पनी के साथ पेशेवर करार किया. इस करार के तहत विजेंदर को पहले साल कम से कम छह मुकाबले लड़ने होंगे.
करार करने के बाद विजेंदर सिंह ने कहा, ‘पेशेवर मुक्केबाजी अपनाने को लेकर मैं बेहद रोमांचित हूं और जीवन के नए दौर को लेकर तैयार हूं. मैं कठिन अभ्यास कर वैश्विक स्तर पर देश के लिए प्रदर्शन करना चाहता हूं.’ विजेंदर राष्ट्रमंडल खेलों (2006, 2014) में दो बार रजत पदक, एशियाई खेलों (2006), बीजिंग ओलम्पिक (2008), विश्व एमैच्योर चैम्पियनशिप (2009) और राष्ट्रमंडल खेल (2010) में कांस्य पदक जीत चुके हैं.
एशियाई खेलों (2010) में विजेंदर ने देश को स्वर्ण पदक दिलाया और 2009 में मिडिलवेट कैटेगरी में दुनिया के सर्वोच्च रैंकिंग वाले मुक्केबाज चुने गए. हरियाणा में भिवानी के रहने वाले 29 वर्षीय विजेंदर मैनचेस्टर में प्रख्यात प्रशिक्षक ली बियर्ड के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण हासिल करेंगे.