नई दिल्ली: नौजवान खिलाड़ियों से भरी टीम इंडिया में धोनी और युवराज जैसे सीनियर खिलाड़ियों का साहस आग उगलता है तो विपक्षी टीम कैसे खाक हो जाती है, कटक वनडे का इतिहास हमेशा इसका गवाह रहेगा. लेकिन कामयाबी के इस शोर के बीच हमें ये नहीं भूलना चाहिए कि सिर्फ कुछ दिन पहले तक न सिर्फ धोनी और युवी की परफॉर्मेंस पर सवाल उठ रहे थे बल्कि उन्हें टीम में रखने को लेकर भी बातें होने लगी थी. लेकिन शेर हमेशा शेर ही होता है.
बतातें है आपको पैंतीस की उम्र में भी धोनी और युवी ने कैसे बना रखी है ऐसी फिटनेस. बैटिंग ऑर्डर में जगह पक्की करने के लिए धोनी ने जी-तोड़ मेहनत की. तो युवी ने कमबैक के लिए जी-जान लगा दी. जिम में पसीना बहाते युवराज को देखिए. जो 2011 में कैंसर surviour भी रहे हैं. युवराज बॉक्सिंग ग्लव्स से लेकर रस्सी खीच.लंबे लंबे छक्कों के लिए कंधे मजबूत कर रहे हैं .
दोनों ही दिग्गज इंग्लैंड वनडे सीरीज से पहले ये कड़ी मेहनत इसलिए कर रहे थे.क्योंकि नए वनडे कप्तान का फरमान फिटनेस को लेकर पहले ही साफ था. बस कोहली का ये बयान दोनों ही सीनियर्स पर असर कर गया.
जिसका नतीजा कटक वनडे में पूरी दुनिया ने देखा. दोनों ने मिलकर 9 छक्के और कुल 31 चौके लगा गेंद को बाउंड़्री पार भेजा. लेकिन 256 रनों की इस पार्टनरशिप में फिटनेस का असली सबूत तो ये सिंगल्स और डबल्स है. जिसके लिए दोनों ने जमकर तैयारी पहले ही कर ली थी.