नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और शानदार बल्लेबाज राहुण द्रविड़ का आज 44वां जन्मदिन है. इनका जन्म 1973 को इंदौर में हुआ था.राहुल द्रविड़ को अपनी शानदार बल्लेबाजी के चलते ‘द वॉल’ के नाम से भी जाना जाता था. भारतीय क्रिकेट के इतिहास में साढ़े बारह घंटे की सबसे लंबी पारी खेलने वाली खिलाड़ी हैं राहुल द्रविड़.
आइए इस मौके पर आपको बताते हैं इनसे जुड़ी कुछ खास बातें…
द्रविड़ एक साधारण मध्यम वर्ग के माहौल में बड़े हुए. द्रविड़ के पिता GE Electric के लिए काम करते थे, यह एक कम्पनी है जो जेम और अन्य संरक्षित खाद्य बनाने के लिए जानी जाती है, इसीलिए सेंट जोसेफ हाई स्कूल बेंगलोर में उनकी टीम के सदस्यों ने उन्हें उपनाम दे दिया जेमी.
राहुल अंडर-15, अंडर-17 और अंडर-19 के स्तर पर उन्होंने राज्य का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं.
जब राहुल एमबीए कर रहे थे उसी समय इंडियन क्रिकेट टीम में सेलेक्शन हुआ था.
राहुल द्रविड़ बहुत कम उम्र में खेलना शुरू किया था. 12 वर्ष की उम्र में क्रिकेट खेलने के दौरान आउट हुए तो रोने लगे थे.
वे एकमात्र भारतीय हैं जिन्होंने विश्व कप में दो बेक टू बेक शतक बनाए थे.
राहुल टेस्ट क्रिकेट में चार बार मैन ऑफ द सीरीज, आइसीसी प्लेयर ऑफ द ईयर जीतने वाले पहले खिलाड़ी हैं.
वे एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट खेलने वाली सभी देशों में शतक बनाया है. इसके अलावा राहुल को पद्म भूषण और पद्मश्री से सम्मानित किया जा चुका है.
एक ऑनलाइन सर्वे के दौरान Sexiest Sports Personality में नॉमिनेट किए गए इसमें वे भारतीय क्रिक्रेटर युवराज और टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा को पछाड़ दिया.
क्रिकेक में एक अपनी साख बनाने वाली दिग्गज खिलाड़ी राहुल द्रविड़ की किक्रेट नहीं हॉकी थी पहली पसंद. जूनियर वर्ग में स्टेट लेवल के हॉकी खिलाड़ी भी रह चुके हैं.
36 शतकों के साथ टेस्ट मैचों में सबसे ज्यादा शतक बनाने वाले 5वें खिलाड़ी हैं और इसके साथ ही भारत की ओर से लगातार 94 टेस्ट खेलने का रिकॉर्ड दर्ज है.