नई दिल्ली : खेलों की दुनिया में साल 2016 बेहद ही अहम रहा. खेलों के अंदर भारतीय हॉकी टीम का इस साल शानदार प्रदर्शन देखने को मिला. भारतीय हॉ़की के लिए ये साल काफी यादगार रहा.
भारतीय हॉकी के इन प्रदर्शन के कारण साल 2016 रहा यादगार..
ओलंपिक
ओलंपिक में 8 गोल्ड मेडल जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम पिछले काफी सालों से खराब दौर से गुजर रही थी. लेकिन 2016 भारतीय हॉकी के लिए निराशा से उबारने वाला रहा. इस साल रियो में हुए खेलों के महाकुंभ ओलंपिक में भारतीय टीम ने शानदार खेल दिखाया और क्वार्टर फाइनल तक का सफर तय किया था.
रिओ ओलंपिक में टीम को क्वार्टर फाइनल में बेल्जियम से मात मिली थी. भारतीय हॉकी का ये प्रदर्शन इसलिए हैरान कर देने वाला था क्योंकि इससे पहले भारतीय हॉकी 2008 बीजिंग ओलंपिक में क्वालिफाई भी नहीं कर पाई थी. इसके बाद 2012 लंदन ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम आखिरी स्थान पर रही थी.
एशियन चैंपियंस ट्रॉफी
ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम पदक तो हासिल नहीं कर पाई लेकिन एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में दमदार खेल दिखाते हुए खिताब पर जरूर कब्जा कर लिया. इस साल भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने एशियन चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान को मात दी. दीवाली से पहले भारतीय हॉकी की ये जीत किसी तोहफे से कम नहीं थी.
जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप
2016 जाते-जाते भारतीय हॉकी को एक और यादगार लम्हा दे गया. भारतीय जूनियर हॉकी टीम ने 15 साल बाद वर्ल्ड कप जीतने का कारनामा कर दिखाया. लखनऊ में खेले गए इस वर्ल्ड कप में भारतीय जूनियर हॉकी टीम अजेय रही. फाइनल मुकाबले में बेल्जियम को 2-1 से मात देकर भारतीय टीम अपनी सरजमीं पर खिताब जीतने वाली पहली टीम भी बन गई.