नई दिल्ली : टीम इंडिया के वनडे और T20 कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 12 साल पहले आज ही के दिन 23 दिसंबर को वनडे क्रिकेट से अपने इंटरनेशनल करियर का आगाज किया था. पदार्पण मैच से पहले ही धोनी सुर्खियों में थे. करियर का पहला मैच धोनी ने बांग्लादेश के साथ खेला था.
धोनी अपनी विकेटकीपिंग के अलावा अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी और लंबे बालों के लिए ज्यादा मशहूर थे. धोनी ने 12 सालों में जहां बहुत कुछ हासिल किया वहीं करियर के पहले मैच में धोनी अपना खाता तक नहीं खोल पाए थे. बांग्लादेश के खिलाफ धोनी अपने करियर के पहले मैच में 7वें नंबर पर खेलने आए और अपनी करियर की पहली ही गेंद पर धोनी रन आउट हो गए.
पाकिस्तान के खिलाफ जलवा
बांग्लादेश के बाद धोनी ने पाकिस्तान के साथ खेले गए विशाखापट्टनम के मैदान पर 2004-05 में करियर के 5वें मैच में अपना जलवा दिखाया. इस बार वो नंबर 3 पर बैटिंग के लिए आए. धोनी ने इस मैच में 148 रनों की पारी खेली. इस पारी में धोनी ने 15 चौके और 4 छक्के जड़े. इस पारी के बाद धोनी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और क्रिकेट में सफलता के कदम चूमते चले गए.
पहला T20 वर्ल्ड कप
वनडे में शानदार प्रदर्शन के बाद धोनी ने टेस्ट में भी डेब्यू किया और इसके बाद उन्हें T20 क्रिकेट में भारत का कप्तान चुना गया. अपनी कप्तानी में धोनी ने पहला T20 वर्ल्ड कप जीतकर आलोचकों के मुंह पर मानों ताला ही जड़ दिया. इस जीत के बाद धोनी को वनडे और टेस्ट टीम की कप्तानी भी मिल गई.
वनडे में कप्तानी
वनडे में कप्तानी मिलने के बाद धोनी ने 2011 वनडे वर्ल्ड कप भी भारत की झोली में डालकर अपना नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज करवा लिया. धोनी ने 2014 में अपने टेस्ट करियर को अलविदा कह दिया.
रन
12 सालों में धोनी ने वनडे में अब तक 283 वनडे मैच खेलें हैं. इनमें करीब 51 की औसत से 9110 रन बना चुके हैं. जिनमें 9 शतक और 61 अर्द्धशतक शामिल हैं. अपने टेस्ट करियर में धोनी ने 90 टेस्ट मैच खेले हैं और 38 के औसत से रन बनाए हैं. टेस्ट में धोनी का सर्वाधिक स्कोर 224 रन रहा है.