नई दिल्ली : टीम इंडिया के सिक्सर किंग युवराज सिंह ने हाल ही में अभिनेत्री हेजल कीच के साथ शादी रचाई थी. उनकी इस शादी में टीम इंडिया के कई पूर्व और वर्तमान खिलाड़ियों के अलावा कई बॉलीवुड हस्तियां भी मौजूद थीं लेकिन खुद युवराज के पिता योगराज सिंह युवी की शादी में शिरकत नहीं की थी. अब योगराज सिंह ने खुलकर शादी में शामिल ना होने की वजह का खुलासा किया है.
एक समाचार पत्र की रिपोर्ट के मुताबिक योगराज सिंह सिर्फ भगवान में विश्वास करते हैं, किसी धार्मिक गुरु में नहीं. युवराज सिंह और हेजल कीच की शादी किसी डेरे या धार्मिक गुरु के यहां होने के कारण वो शादी में शामिल नहीं हुए. इसके बाद योगराज सिंह ने युवराज की आलोचना भी की.
16 साल तक क्रिकेट सिखाया
बेटे युवराज की आलोचना करते हुए योगराज सिंह ने कहा कि वो हैरान हैं कि पढ़े-लिखे लोग इन साधुओं के चक्कर में पड़ जाते हैं. वो किसी दूसरे को ये नहीं बोल सकते क्योंकि उनका खुद का परिवार ही इसमें शामिल है. योगराज ने आगे कहा कि उन्होंने युवी को 16 साल तक क्रिकेट खेलना सिखाया है लेकिन युवराज ने आज तक उन्हें एक कुर्ता तक नहीं दिया और डेरे में कई कारें बांट आया है.
बाबा नो किया ईलाज?
योगराज का कहना है कि वो केवल इतना जानना चाहते हैं कि क्या बाबा ने उसे क्रिकेट खेलना सिखाया है? क्या बाबा ने उसके कैंसर का ईलाज किया है? वहीं युवराज सिंह का कहना है कि वो बाबा के आशीर्वाद की वजह से ही दोबारा मैदान में आने में कामयाब हो सके थे. इसके अलावा योगराज सिंह ने हेजल कीच का नाम बदलकर गुरबसंत कौर किए जाने की भी आलोचना की है. उन्होंने कहा कि नाम बदलने की बात भी बाबा के कहने पर ही हुई होगी.
बता दें कि युवराज और हेजल की शादी पहले सिख रीति-रिवाज से चंडीगढ़ में और इसके बाद हिंदू रीति-रिवाज से गोवा में हुई.