विराट कोहली के इन रिकॉर्डों के आगे सचिन, धोनी और गांगुली भी अब लगने लगे फीके

दिल्ली : टीम इंडिया के टेस्ट कप्तान विराट कोहली की बल्लेबाजी के आगे अब दुनिया के बड़े-बड़े क्रिकेटरों की चमक फीकी पड़ने लगी है.

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विराट कोहली के इन रिकॉर्डों के आगे सचिन, धोनी और गांगुली भी अब लगने लगे फीके

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  • December 15, 2016 9:17 am Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago

दिल्ली : टीम इंडिया के टेस्ट कप्तान विराट कोहली की बल्लेबाजी के आगे अब दुनिया के बड़े-बड़े क्रिकेटरों की चमक फीकी पड़ने लगी है. 
हालांकि अभी यह कहना जल्दबाजी होगी कि वह सचिन से भी आगे निकल जाएंगे लेकिन जिस तरह से वह खेल रहे हैं उससे लगता है कि बल्लेबाजी के सारे रिकॉर्ड एक दिन तोड़ डालेंगे.
इतना ही नही अपने करियर में सचिन कप्तान के रूप में पूरी तरह नाकाम रहे जबकि विराट का खेल टेस्ट टीम का कप्तान बनते ही और निखर गया है.
पूर्व कैप्टन सौरव गांगुली का भी मानना है कि कोहली मैदान में कहीं ज्यादा आक्रमक कप्तान हैं. कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया 21 में से 13 मैच जीत चुकी है.
अब वह सौरव गांगुली के रिकॉर्ड से सिर्फ 8 कदम दूर हैं. वहीं अगर तुलना धोनी से की जाए तो कैप्टन कूल की कप्तानी में 27 टेस्ट मैच टीम इंडिया ने जीते है.
धोनी का विनिंग परसेंटेज 45 रहा है जबकि विराट का 61.90 है. इस  लिहाज से कोहली बहुत जल्द ही धोनी का रिकॉर्ड तोड़ देंगे. 
बैटिंग में रिकॉर्ड के बाद रिकॉर्ड
टेस्ट मैच में कोहली ने अबतक 14 शतक लगा चुके हैं. ध्यान देने वाली बात यह है कि वह शुरू के 7 शतकों में 120 रन भी नहीं बना पाए थे. लेकिन बाद की पारियों में तीन बार दोहरे शतक लगा चुके हैं. 
उनका बल्ला जिस रफ्तार के रन बना रहा है उससे साफ जाहिर होता है कि जल्दी ही सचिन तेंदुलकर के कई रिकॉर्ड टूटने वाले हैं. 50 रन बनाने के बाद उसको शतक में तब्दील करने के मामले में सचिन का रेट 42.85 प्रतिशत है तो वहीं विराट कोहली उनसे कहीं आगे हैं. कोहली का कन्वर्जन रेट 51.72 फीसद है. 
वहीं सालाना औसत की बात करें तो कोहली ने 2011 से अब तक हर साल 839 रन बनाए हैैं. अगर वह इसी औसत से रन बनाते हैं तो अगले 10 सालों में उनके रन 12 हजार के पार हो जाएंगे.
हालांकि सचिन का रिकॉर्ड 15,921 का रिकॉर्ड टूटेगा या नहीं यह अभी कहना मुश्किस होगा लेकिन सुनील गावस्कर के 10,122 रनों का रिकॉर्ड जरूर टूट जाएगा.
विराट कोहली उम्र अभी 28 साल हुई इस लिहाज से उनके अंदर अभी कम से कम 10 साल क्रिकेट खेलने की क्षमता है. जिस रफ्तार से वह बल्लेबाजी कर रहे हैं  उससे साफ है कि आने वाले समय में वह कई दिग्गजों को पीछे छोड़ देंगे. 

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