नई दिल्ली. भारत-इंग्लैंड के बीच खेले गए पहले टेस्ट मैच में भारतीय टीम जहां हार को बचा रही थी वहीं रणजी खेलने वाले क्रिकेटर अपनी बचत को लेकर परेशान हो रहे थे. आलम तो यहां तक है कि खिलाड़ियों को बिना नकद के अपना खर्चा तक निकाल पाना मुश्किल हो गया है.
दरअसल, घरेलू क्रिकेट खेलने वाले खिलाड़ियों को डीए के जरिए अभी तक भुगतान नहीं हुआ है. भारतीय क्रिकेट टीम इस दर्द से बची हुई है क्योंकि उनको इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज शुरू होने से पहले ही अग्रिम भुगतान कर दिया गया था. बीसीसीआई सचिव अजय शिर्के ने कहा है कि टीम इंडिया के सभी खिलाड़ियों और स्टाफ को पहले ही डीए का भुगतान कर दिया गया है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक मोदी सरकार के 500 और 1000 रूपये के नोटबंदी के बाद से घरेलू खिलाड़ियों का भुगतान अटक गया है. नौबत यहां तक आ गई है कि घरेलू क्रिकेट खेलने वाले सैकड़ो खिलाड़ियों को अपना खर्चा निकाल पाना भी मुश्किल हो रहा है. ज्यादातर खिलाड़ियों को नगद पैसा दिया जाता है. उन्हें काफी परेशानी हो रही है.
एटीएम की लाइन में लगने को किया मना
टीम मैनेजमेंट के मुताबिक उन्होंने खिलाड़ियों से कहा है कि वे अपने बिल जमा कर लें. बाद में उन्हें भुगतान कर दिया जाएगा. इसके साथ ही खिलाड़ियों को नोट निकालने के लिए एटीएम की लाइन में लगने से मना किया गया है ताकी भगदड़ की स्थिति से बचा जा सके.
बता दें कि नकद के कमी के कारण खिलाड़ियों कई खिलाड़ी तो खाने के लिए ऑनलाइन भुगतान कर रहे हैं.