नई दिल्ली. भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का कहना है कि भारत के तीनों तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी, उमेश यादव और ईशांत शर्मा को खेल में सुधार लाना होगा. उनका कहना है कि हर बार विकेट के लिए रविचंद्रन अश्विन या रविंद्र जडेजा पर निर्भर नहीं रहा जा सकता है.
गांगुली के मुताबिक बेहतर टीम के खिलाफ अच्छी पिचों पर अश्विन या जडेजा से हमेशा पांच विकेट लिए जाने की उम्मीद नहीं की जा सकती है. गांगुली ने कहा कि राजकोट में पहले दिन की पिच ऐसी थी जहां तेज गेंदबाज अहम भूमिका निभा सकते थे. इसके अलावा उन्होंने कहा कि वो भारत में अच्छी पिचों पर खेलने की वकालत करते हैं ताकि खिलाड़ियों को सीखने को मिले कि विदेश की पिचों पर कैसे खेलना है.
माइनफील्ड की तरह पिचें
गांगुली ने कहा कि 2013 में आस्ट्रेलिया और 2015 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत जिन पिचों पर खेला वह ‘माइनफील्ड’ (अधूरी पिचों के लिए इस्तेमाल होने वाला शब्द) की तरह थी. उन्होंने कहा कि इसके साथ ही अश्विन के लिए हर बार पांच विकेट हासिल करना संभव नहीं है.
बता दें कि भारत इंग्लैंड के खिलाफ राजकोट में पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट मैच खेल रही है. इसमें इंग्लैंड ने पहली पारी में 537 रन बनाए थे और भारत अभी इस स्कोर से 218 रन पीछे है.