राजकोट. राजकोट के मैदान से भारत-इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज की शुरुआत होगी. इस सीरीज में निर्णय समीक्षा प्रणाली यानी डीआरएस पर सबका ध्यान टिका रहेगा. अजिंक्य रहाणे का कहना है कि डीआरएस तकनीक के इस्तेमाल को लेकर टीम इंडिया ने रणनीति भी बना ली है.
भारतीय टेस्ट टीम के उप कप्तान अजिंक्य रहाणे के मुताबिक यह तकनीक पूरी तरह से नई है. न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में इसके इस्तेमाल पर चर्चा की गई थी और कुछ योजनाएं भी बनाई हैं. रहाणे ने बताया कि टीम सदस्यों को डीआरएस के बारे में जानने के लिए समय देंगे लेकिन हमारा ध्यान अच्छी और आक्रामक क्रिकेट खेलने पर होगा. डीआरएस इनके बाद आएगा.
बेहतर क्रिकेट पर होगा ध्यान
रहाणे ने बताया कि टीम का ध्यान बेहतर क्रिकेट खेलने पर होगा. विकेटकीपर और विशेषज्ञ स्लिप क्षेत्ररक्षक होने के कारण वह खुद कप्तान को डीआरएस के बेहतर इस्तेमाल के बारे में अपनी सलाह दे सकते हैं.
बीसीसीआई ने किया था विरोध
बता दें कि बीसीसीआई ने पहले डीआरएस का विरोध किया था. बीसीसीआई का कहना था कि यह पूरी तरह से सही नहीं है लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली सीरीज में इसका ट्रायल किया जाएगा. ट्रायल के आधार पर ही इस पर फैसला लिया जाएगा.
भारत 9 नवंबर से इंग्लैंड के खिलाफ राजकोट में अपना पहला टेस्ट मैच खेलेगी.