इंदौर. भारत-न्यूजीलैंड के बीच खेली जा रही मौजूदा टेस्ट सीरीज का तीसरा और अंतिम टेस्ट शनिवार से इंदौर के होलकर स्टेडियम में खेला जाएगा. सीरीज पर 2-0 से कब्जा करने बाद अब तीसरे टेस्ट में टीम इंडिया क्लीन स्वीप के इरादे से मैदान पर उतरेगी.
कानपुर और कोलकाता में जीत दर्ज करने के बाद अब टीम इंडिया इंदौर के मैदान पर न्यूजीलैंड को 3-0 से मात देने के लिए खेलेगी. आखिरी टेस्ट मैच में इन वजहों से भारतीय टीम का पलड़ा भारी माना जा रहा हैं.
गंभीर कर सकते हैं ओपनिंग
दो साल बाद टीम में जगह बना पाए गौतम गंभीर पर इस मैच में सभी की निगाहें टिकी रहेंगी. गंभीर को कोलकाता टेस्ट से टीम इंडिया में शामिल किया गया था. लेकिन वह प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं बना पाए थे. इंदौर टेस्ट में ओपनर लोकेश राहुल और शिखर धवन की गैर-मौजूदगी में गंभीर ओपनिंग सकते हैं.
अश्विन-जड़ेजा फॉर्म में
अश्विन-जड़ेजा की जोड़ी अच्छे फॉर्म में हैं. न्यूजीलैंड के सामने भारतीय स्पिन गेंदबाजों से निपटने की चुनौती होगी. दोनों टेस्ट मैचों में अश्विन और जडेजा की जोड़ी ने कीवी टीम को पूरी तरह से बैकफुट पर धकेले रखा था. तीसरे मैच में भी यह जोड़ी अपनी फिरकी का कमाल दिखाएगी.
बल्लेबाज बरसाएंगे रन
गेंदबाजों के बाद टीम इंडिया के बल्लेबाज रन बरसाने में पीछे नहीं हैं. इसका अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करने वाले रिद्धीमान साहा ने कोलकाता में लगातार दो नाबाद अर्धशतक लगाए थे. इसके अलावा अश्विन और जडेजा ने भी अच्छी बल्लेबाजी की. गंभीर की वापसी से भी टीम को मजबूती मिलेगी.
विराट का टेस्ट
सही रणनीति से विराट कोहली इस टेस्ट में कीवी टीम को मात देना चाहेंगे. विराट की कप्तानी में टीम अगर इंदौर टेस्ट जीत लेती है तो बतौर कप्तान सबसे ज्यादा टेस्ट मैच जीतने के मामले में पूर्व कप्तान सुनील गावसकर और नवाब पटौदी को वह पीछे छोड़ देंगे. इसके अलावा वह भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तानों में चौथे नंबर पर पहुंच जाएंगे. फिलहाल महेंद्र सिंह धोनी इस मामले में टॉप पर हैं.