नई दिल्ली. चयन समिति के पूर्व अध्यक्ष संदीप पाटिल ने बुधवार को कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान महेंद्र सिंह धोनी को कप्तानी से हटाए जाने पर चर्चा की गई थी लेकिन धोनी का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेना उनके लिए हैरान करने वाला था.
पाटिल ने एक न्यूज चैनल पर कहा, ‘वाकई हमने इस पर (धोनी को कप्तानी से हटाने पर) संक्षिप्त चर्चा की थी. हम किसी और को कमान सौंप कर प्रयोग करना चाहते थे लेकिन फिर हमें लगा कि विश्व कप करीब होने के कारण यह समय ठीक नहीं है.’
उन्होंने आगे कहा, ‘हमें लगा कि नए कप्तान को कुछ और समय दिया जाना चाहिए. विश्व कप को ध्यान में रखते हुए हमने धोनी को कप्तान बनाए रखा. मुझे लगता है कि विराट को सही समय पर कप्तानी मिली है. विराट छोटे प्रारूपों में भी टीम की अगुवाई कर सकता है लेकिन अब इसका निर्णय नई चयनसमिति को करना होगा.’
युवराज और गंभीर को निकालने में हाथ नहीं
पाटिल ने धोनी के टेस्ट मैचे से संन्यास लेने के फैसले को हैरानी भरा बताया क्योंकि तब टीम एक मुश्किल सीरीज से गुजर रही थी. उन्होंने आगे कहा, ‘मैं यह नहीं कहूंगा कि धोनी एक डूबते जहाज के कप्तान थे. तब चीजें हमारे अनुकूल नहीं हो रही थीं और ऐसी स्थिति में कोई सीनियर खिलाड़ी संन्यास का फैसला करता है. यह हैरान करने वाला था लेकिन फिर भी वह उनका निजी फैसला था.’
जब उनसे धोनी और कोहली की तुलना करने के लिए कहा गया तो संदीप पाटिल ने कहा कि वो दोनों नॉर्थ और साउथ पोल हैं. विराट थोड़े आक्रामक हैं और धोनी शांत दिमाग वाले हैं. हर कप्तान की इच्छा होती है कि वह अपनी टीम बनाए और अपने खिलाड़ियों की क्षमता पहचाने.
संदीप पाटिल ने यह भी साफ किया कि युवराज सिंह और गौतम गंभीर जैसे सीनियर खिलाड़ियों को बाहर करने में धोनी का हाथ नहीं था. यह फैसला पूरी तरह से चयनकर्ताओं का था.