नई दिल्ली. मैराथन धावक ओपी जैशा और उनकी साथी कविता को रेश के दौरान बुनियादी सुविधाएं नहीं देने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इस मुद्दे पर एथलेटिक फेडरेशन ऑफ इंडिया (AFI) के बयान का जैशा ने खंडन किया है. जैशा ने कहा कि फेडरेशन सच्चाई पर पर्दा डालने की कोशिश कर रही है. उन्हें अपनी जिम्मेदारियों से मुंह नहीं मोडना चाहिए.
बता दें कि ओपी जैशा और एक अन्य खिलाड़ी कविता को मैराथन रेश के दौरान रिफ्रेशमेंट नहीं दिए जाने का मामला मीडिया में आने के बाद AFI की जमकर किरकिरी हो रही है. जिसके बाद फेडरेशन ने सफाई दी थी कि, खिलाड़ी और उनके कोच ने खुद मैराथन रेश के दौरान रिफ्रेशमेंट लेने से मना किया था. फेडरेशन के इस बायन का खंडन करते हुए जैशा ने कहा कि फेडरेशन के अधिकारी किस आधार पर इस बात को कह रहे हैं जबकि वो तो वहां उपस्थित भी नहीं थे. साथ ही जैशा ने कहा कि आयोजन स्थाल पर चारों ओर कैमरे लगे थे, फेडरेशन को वहां की फुटेज देखनी चाहिए. जिसके बाद सच्चाई सामने आ जाएगी.
बता दें कि भारतीय महिला मैराथन धावक ओपी जैशा और कविता को मैराथन के दौरान भारतीय अधिकारियों के द्वारा किसी भी प्रकार का रिफ्रशेमेंट नहीं उपलब्ध कराया गया था. यहां तक कि आयोजन स्थल पर भारतीय स्टॉलों पर पानी देने के लिए भी कोई उपस्थित नहीं था. जिसके कारण प्यासी दौड़ रहीं जैशा 89वें स्थान पर रही. जैशा फिनिश लाइन पर मैराथन पूरी करने के बाद गिर गईं थीं और तीन घंटे तक बेहोश रहीं. काफी मशक्कत के बाद उनकी जान बचाई जा सकी.