बनारस. पहलवान नरसिंह यादव को नेशनल एंटी डोपिंग से क्लीन चिट मिलने पर उनकी मां ने खुशी जाहिर की है. नरसिंह की मां का कहना है कि वो तो चाय भी नहीं पीता, बाकी किसी नशीले पदार्थ की लत तो दूर की बात है.
नाडा से बैन हटने पर नरसिंह ने भी खुशी जाहिर की और कहा कि इसके लिए पीएम मोदी का दिल से शुक्रिया. नरसिंह को राहत मिलने पर कुश्ती संघ का कहना है कि वह ओलंपिक में जाएंगे और देश के लिए मेडल भी जीत कर लाएंगे. कुश्ती संघ के प्रमुख बृजभूषण शरण ने कहा कि जो भी हुआ उससे नरसिंह का मनोबल गिरा नहीं है बल्कि बढ़ा ही है.
क्या कहा NADA ने ?
नाडा ने कहा कि नरसिंह ने कोई गलती नहीं है और उनकी ड्रिंक में मिलावट की गई थी. नाडा ने इस आरोप से नरसिंह को मुक्त करते हुए कहा कि उनमें कोई दोष नहीं है. डोपिंग टेस्ट के दौरान नरसिंह पर लगे सभी आरोपों को भी नाडा ने खारिज कर दिया है.
नरसिंह ने जीते कई मेडल
2010 में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में रेसलर नरसिंह यादव ने गोल्ड मेडल जिता था. 2011 में मेलबर्न में कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप्स में यादव ने रजत पदक पर कब्जा किया. वही 2014 में हुए एशियन गेम्स के अलावा 2015 में हुए एशियन चैंपियनशिप्स और वर्ल्ड चैंपियनशिप्स में यादव को कांस्य पदक से ही संतोष करना पड़ा था.
बता दें कि यादव 74 किलोवर्ग की श्रेणी में फाइट करते हैं. बीतें दिनों इसी किलोवर्ग के रेसलर सुशील कुमार के साथ विवादों में भी यादव का नाम सामने आ चुका है.
क्या था मामला ?
सुशील कुमार का टिकट काटकर रियो ओलंपिक के लिए सेलेक्ट हुए नरसिंह यादव डोप टेस्ट के दो-दो राउंड में फेल गए थे. नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी यानी नाडा के टेस्ट में जब नरसिंह के खून में एक प्रतिबंधित स्टीरॉयड मिला तो दोबारा उनके खून का सैंपल लिया गया.
दोबारा जांच में भी वो पास नहीं हो पाए. नाडा पैनल में नरिंसह यादव पेश हुए और इस मामले की सुनवाई चली. नाडा आज इस मामले पर फैसला सुनाएगा ताकि नरसिंह यादव को लेकर मामला साफ हो सके.