नई दिल्ली: काशी हिन्दू यूनिवर्सिटी (BHU) में छात्राओं पर हुए लाठीचार्ज का मामला पूरी तरह से सियासी रंग ले चुका है. जिस आंदोलन को छेड़छाड़ का विरोध कर रही कुछ छात्राओं ने शुरु किया था. उसमें अब राजनीतिक दल शामिल हो गए हैं. आज बीएचयू गेट पर समाजवादी पार्टी की युवजन सभा ने प्रदर्शन किया. पुलिस ने इन्हें अंदर जाने से रोका तो ये पुलिस से उलझ गए.
रविवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर धरना देने वाराणसी पहुंचे थे लेकिन पुलिस ने उन्हें पहले ही हिरासत में ले लिया था. आज सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ भी वाराणसी पहुंचीं. तीस्ता ने दावा किया कि वो एक सेमिनार में हिस्सा लेने पहुंची हैं लेकिन पुलिस ने उन्हें एयरपोर्ट पर हिरासत में लिया और पुलिस लाइन ले गई. इस दौरान उनकी पुलिस से बहस भी हुई. बीएचयू के वीसी इसके पीछे साज़िश की आशंका जता चुके हैं.
वाराणसी पुलिस ने BHU में हिंसक घटना और शांति भंग करने के आरोपों में 1200 अज्ञात छात्र-छात्राओं पर केस दर्ज किया है. साथ ही लाठीचार्ज के लिए दोषी लंका थाने के इंचार्ज, भेलूपुर के CO और एक अतिरिक्त सिटी मजिस्ट्रेट को हटा दिया गया है. साथ ही आपको बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने बीएचयू में हुए पूरे मामले पर आईजी से रिपोर्ट तलब की है.