जानिए उत्तर कोरिया के ‘पगलेट’ किम जोंग की 25 अनसुनी कहानियां

आज आपको दुनिया के उस आदमी की 25 कहानियों के बारे में बताएंगे जिसकी चर्चा पूरे विश्व में हो रही है.अमेरिका के भी होश उड़े हुए हैं. फिर शख्स किसी की नहीं सुन रहा

Advertisement
जानिए उत्तर कोरिया के ‘पगलेट’ किम जोंग की 25 अनसुनी कहानियां

Admin

  • September 15, 2017 5:54 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
नई दिल्ली: आज आपको दुनिया के उस आदमी की 25 कहानियों के बारे में बताएंगे जिसकी चर्चा पूरे विश्व में हो रही है.अमेरिका जैसे देश के भी होश उड़े हुए हैं. फिर शख्स किसी की नहीं सुन रहा. जी हा हम बात कर रहे हैं उत्तर कोरिया का तानाशाह किम जोंग की. आज भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा.
 
बीते 18 दिन में दूसरी बार इस तनाशाह ने जापान के ऊपर बैलिस्टिक मिसाइल दगवाई है. जापान और दक्षिण कोरिया ने दावा किया है कि यह मिसाइल उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग से निकलने के बाद जापान के ऊपर से गुजरी और प्रशांत महासागर में जा गिरी. इससे पहले 3 सितंबर को किम ने न्यूक्लियर टेस्ट किया था.  हालत ये है कि किसी भी वक्त अमेरिका सनकी किम पर एक्शन ले सकता है. हम आपको उसी तनाशाह किम की 25 कहानियों के बारे में बताएंगे. 
 
पहली कहानी
दुनिया में हर तरफ जिसकी चर्चा सबसे ज्यादा है. वो यही शख्स है नाम है किम जोंग. जन्म कहां हुआ, उम्र कितनी है, पढ़ा कितना है, ये किसी को नहीं मालूम. बस इतना कहा जाता है कि उसने स्वीटजरलैंड या फ्रांस में छिपकर पढ़ाई की. किसी डिप्लोमैट का बेटा बनकर. हुलिया बदलकर. क्योंकि पापा किंग जोंग द्वितीय को डर था कि कहीं बेटे को कोई मार न दे.
 
 
दूसरी कहानी
किम जोंग का परिचय आज की तारीख में यही है वो उत्तर कोरिया का ऐसा तनाशाह है जिसका इलाज दुनिया के किसी डॉक्टर के पास नहीं. जिसने अमेरिका जैसे ताकतवर देश और उसके राष्ट्रपति को पानी पिला रखा है. उसके कहने पर उत्तर कोरिया ने हाइड्रोजन बम का परीक्षण किया. इस सनकी तानाशाह की सह पर जापान के ऊपर से 18 दिन में दो बार बैलिस्टिक मिसाइल दागी गई. ये सीधा-सीधा युद्ध भड़काने वाली कार्रवाई है. लेकिन किंग को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता.
 
तीसरी कहानी
किम जोंग के राज में उसके देश के लोग दुनिया का कैलेंडर नहीं मान सकते. हमारे-आपके लिए भले ये साल 2017 है. लेकिन उत्तर कोरिया में अभी साल 105 है. क्योंकि यहां साल की शुरुआत ही तबसे मानी जाती है जबसे किम के दादा किम इल सुंग का जन्म हुआ.
 
चौथी कहानी
किम जोंग के शासन में उत्तर कोरिया में किसी को भी छुट्टी नहीं मिलती. काम करने के लिए 6 दिन तय हैं. लेकिन सभी कर्मचारियों को सातवें दिन किम के लिए काम करना होता है. इसके लिए उन्हें तनख्वाह नहीं मिलती. ये किम और देश के प्रति उनकी भक्ति दर्शाने के लिए होता है. कोई भी कर्मचारी किसी भी पोस्ट पर क्यों न हो. उसे 26 साल में रिटायरमेंट लेना होता है.
 
 
पांचवीं कहानी
किम के राज में अगर आपने इश्क किया तो गुनाह है. आपकी गर्लफ्रैंड है तो मन में रखिए. सार्वजनिक जगहों पर लड़कियों से रोमांस करने की सख्त मनाही है. घर में बाइबिल या कोई दूसरा धर्मग्रंथ नहीं रख सकते. पॉर्न फिल्म देखते पकड़े गए तो बीच सड़क पर गर्दन मरोड़कर हत्या की सजा तय है. 
 
छठवीं कहानी
किम जोंग के राज में हर घर में एक सरकारी रेडियो लगया गया है. इसे 24 घंटे ऑन रखना होता है। इसमें ऑफ का बटन ही नहीं होता. अगर चेकिंग के दौरान रेडियो बंद पाया गया तो आपको कारावास में डाल दिया जाएगा.
 
सातवीं कहानी
किम के ऑर्डर से उत्तर कोरिया में सिर्फ तीन टेलीविजन चैनल हैं. बाकी किसी भी चैनल के प्रसारण पर रोक है. आप न तो इंटरनेट पर और न ही हार्ड पेपर के तौर पर दुनिया का कोई अखबार या मैग्जीन मंगा सकते हैं.आम लोगों के लिए इंटरनेट भी नहीं। इंटरनेट के लिए सिर्फ एक सरकारी कंपनी है.जिसका नाम रेड स्टार है.
 
आठवीं कहानी
किम जोंग को भूखे और पागल कुत्तों के साथ खेलने-मौज करने का बड़ा शौक है. 2013 में उसने अपने चाचा चाग सोंग थाइक को नंगा कर 120 भूखे कुत्तों के सामने फेंक दिया था. अपने कई राजनीतिक विरोधियों के साथ उसने ऐसा ही किया। ये आरोप है. 
 
नौवीं कहानी
उत्तर कोरिया में आप सुबह उठेंगे तो आप किसी ईश्वर को याद नहीं कर सकते, क्योंकि यहां के लिए किम जोंग की ईश्वर है. आप चाहे जहां रहे…सुबह की पहली किरण के साथ ही आपको किम जोन को मन से हाथ जोड़कर प्रणाम करना होगा. अगर सड़क पर कार चला रहे हैं तो कार रोककर. ट्रेन में हैं तो अपनी बर्थ पर। हवाई जहाज में हैं तो वहां भी हाथ जोड़ने होंगे.प्लेन के पायलट, रेल के ड्राइवर सबके लिए ये जरूरी है.
 
 
दसवीं कहानी
उत्तर कोरिया में भारी गरीबी, दरिद्रता, भूखमरी है. लेकिन यहां के लोग गरीबी पर चर्चा नहीं कर सकते.  किम ने इसकी मनाही कर रखी है. कोई इंसान अपने घर या दफ्तर में कोई ऐसी पेटिंग भी नहीं लगा सकता जिसमें कहीं से भी देश की गरीबी दिखती हो. ऐसा होने पर आरोपी को सलाखों के पीछे…या भूखे कुत्तों के सामने फेंक दिया जाता है. 
 
11वीं कहानी
किम के राज में कोई भी इंसान न तो अपनी मर्जी का कपड़ा पहन सकता है, न अपनी मर्जी का हेयर कट रख सकता है. सारे मर्दों को किम जोंग की तरह हेयर कट रखना है. लड़कियों-महिलाओं को उसकी पत्नी की तरह. जिसने भी इस ऑर्डर को नहीं माना उसके बाल भोथड़े उस्तुरे से मुड़वाए जाते हैं. चाहे लड़का हो या लड़की. इसी तरह कपड़े भी पहनने के लिए नियम बने हुए हैं. 
 
12वीं कहानी
किम के राज में आपके पास जितना भी पैसा हो आप कार से नहीं चल सकते. कार में सिर्फ सरकारी कर्मचारी ही चल सकते हैं. किस ग्रुप के कर्मचारियों की कार में क्या सुविधा होगी ये राष्ट्रपति सेक्रेटेरियट का एक विभाग तय करता है. मतलब किसी सरकारी अधिकारी या कर्मचारी को कार मिलेगी तो उसमें ब्लोअर या एसी होगा या नहीं ये इंसान नहीं बल्कि सरकार तय करती है. 
 
13वीं कहानी
वैसे किम के राज में उत्तर कोरिया जाने का साहस शायद ही दुनिया के किसी दूसरे मुल्क का इंसान करेगा। लेकिन फिर भी अगर आपको किम जोंग के देश में घूमने जाना है तो पहले मोबाइल जमा करना होगा. अगर आप मोबाइल लिए या उत्तर कोरिया के किसी इंसान से बात करते पाए गए तो आपको उसी वक्त डिपोर्ट कर दिया जाएगा. 
 
14वीं कहानी
किम के खिलाफ आवाज उत्तर कोरिया में आवाज उठाना मतलब देशद्रोह है. किम ने ऐसे करीब 2.5 लाख लोगों को जेल में डलवा रखा है जिन्होंने कभी उसका विरोध किया. हजारों लोग इसमें ऐसे हैं जिनके मुंह से स्लीप ऑफ टंग के दौरान भी किम के नाम का गलत उच्चारण हो गया.
 
15वीं कहानी
किम जोंग की उत्तर कोरिया में अगर आप 8 जुलाई या 17 दिसंबर को पैदा हुए तो आप अपना जन्मदिन नहीं मना सकते. क्योंकि 8 जुलाई को किम सुंग और 17 दिसंबर को किम जोंग प्रथम का जन्मदिन होता है. वैसे देश में जन्म दिन मनाने पर कोई मनाही नहीं. 
 
16वीं कहानी
पूरी दुनिया को डराने वाला किम. सूई से भी डरता है. उसे सबसे ज्यादा डर अपनी मौत से लगता है. किम को अपने देश में अगर किसी भी इंसान की छवि में अपने लिए खतरा महसूस हो तो वो उसे तुरंत मरवा डालता है. अपने चचेरे भाई ‘किम जोंग नाम  ‘को उसने कुआलम्पुर में मरवा डाला. ‘किम जोंग नाम’ को एयरपोर्ट पर ही दो लड़कियों ने जहरीला इंजेक्शन दे दिया.
 
 
17वीं कहानी
किम ने अपनी सुरक्षा के लिए 2 हजार सुंदर लड़कियों की फौज बनाई है. इसमें शामिल लड़कियों की उम्र 20 साल से कम है. इन 2 हजार लड़कियों पर किम जोंग को खुश रखने का जिम्मा है. किंग को उनके साथ कुछ भी करने की आजादी है. ये आजादी राष्ट्रभक्ति के नाम पर है.
 
18वीं कहानी
किम के राज में उत्तर कोरिया के सभी मकान भूरे रंग के होते हैं. सिर्फ एक शहर किजोंग डोंग ऐसा है जिसे अलग से बसाया गया है. ऐसा सिर्फ दक्षिण कोरिया को दिखाने के लिए किया गया है.  इस शहर में गिनती के लोग रहते हैं. ज्यादातर फ्लैट्स पर ताले जड़े हुए हैं. बाकी शहरों में घर के रंग, पेन्टिंग, दरवाजे सब कैसे होंगे ये तय है. 
 
19वीं कहानी
उत्तर कोरिया में हर पांच साल पर चुनाव होते हैं. ऐसा दुनिया को दिखाने के लिए होता है. लेकिन उम्मीदवार एक ही होता है. पिछली तीन पीढ़ियों से किम परिवार का ही राज है. किम जोंग प्रथम के बाद किंग जोंग अपने परिवार का तीसरा वारिस है.
 
20वीं कहानी
उत्तर कोरिया का अपना टाइम जोन है. दुनिया के समय से यहां के लोगों को कोई मतलब नहीं. 
 
21वीं कहानी
किम जोंग के शासन में अपराध करने पर आपकी आने वाली तीन पीढ़ियों को भी दंड मिलता है. मतलब अगर आज आपने कहीं कोई क्राइम किया तो आपके बेटे और पोते को भी सजा भुगतनी होगी. दुनिया में उत्तर कोरिया एकमात्र ऐसा मुल्क है जहां पीढ़ी सजा का कानूनी प्रावधान है.
 
22वीं कहानी 
कम लोगों को मालूम है कि किम जोंग जिस देश का तनाशाह है उसका असली नाम डमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कोरिया है. वैसे डेमोक्रेसी से यहां के लोगों को बहुत दूर रखा गया है. 2015 में यहां के रक्षा मंत्री योंग खेर को सिर्फ इसलिए एंटी एयरक्राफ्ट गन से उड़ा दिया गया. किम को शक था वो जनता में पॉपुलर हो रहे. और सरकारी कंट्रोल में डेमोक्रेटिक राइट पर अपनी निजी राय भी रखी थी. वो एक सरकारी बैठक में वो झपकी लेते दिख गए थे.
 
23वीं कहानी 
किम जोंग के परिवार ने उत्तर कोरिया की राजधानी पेयोंग्योंग में एक टॉप सीक्रेट तहखाना बनवा रखा है. रुम नंबर -39 के नाम से ये फ्लैट पूरे कोरियाई प्रायद्वीप में कुख्यात है. क्योंकि माना जाता है कि इसमें किम ने खरबों की दौलत जमां कर रखी है. गरीब जनता की कमाई से जमा इस खजाने का इस्तेमाल किंग परिवार मन मुताबिक विध्वंस के हथियार बनाने में करता आया है. इस सीक्रेट कमरे को परमाणु प्रुफ बनाया गया है. इस पर हाइड्रोजन बम का भी असर नहीं होगा. ऐसा दावा है. 
 
24वीं कहानी
किम का परिवार 70 साल पुराना है. उसके पिता भी सनकी तानाशाह थे.अपनी आत्मकथा में किम जोंग द्वितीय ने लिखा है कि 1994 में उन्होंने देश में पहला गोल्फ कोर्स बनवाया और उद्घाटन के दौरान शॉट मारते ही गेंद एक साथ गोल्फ कोर्स में मौजूद सभी 11 होल में बारी-बारी से गई. अपनी ऑटोबॉयोग्राफी में किम जोंग द्वितीय ने लिखा है सिर्फ 30 दिन में उसने 1500 किताबें लिख डाली.
 
25वीं कहानी
किम जोंग को चढ़ाने और बढ़ाने वाला देश चीन माना जाता है. उत्तर कोरिया में सबसे ज्यादा शर्ट बनाने की फैक्ट्री है. इन फैक्ट्रियों में सस्ते शर्ट्स सिले जाते हैं. जो चीन को एक्सपोर्ट किए जाते हैं. दुनिया भर में सस्ते चीनी सामान में कई उत्तर कोरिया में बनते हैं. क्योंकि इसके लिए दुनिया के दूसरे हिस्सों से 20 गुना कम श्रम वहां के लोगों को दिया जाता है. राष्ट्रभक्ति के नाम पर सैलरी के कुछ भी बोलने की मनाही है. 

Tags

Advertisement