नई दिल्ली: राम रहीम जबसे जेल गया है तब से लगभग हर दिन ही उसके गुनाहों की एक नई परत खुल रही है. दुनिया के सामने राम रहीम ने जो चोला ओढा हुआ था, वो अब धीरे धीरे खिसकता जा रहा है. राम रहीम की गुफा में दुनिया भर के गुनाह होते थे. अब उसका एक नया गुनाह सामने आया है. बाबा को मसाज का शौक था और ये शौक भी ऐसा वैसा नहीं बल्कि विदेशी लड़कियों से मसाज कराने का शौक था. इस बात का खुलासा राम रहीम के उस खौफनाक चेहरे को दिखाता है जो समाज के लिए सबसे बड़ा खतरा है. डेरा सच्चा सौदा के पूर्व सेवादार और राम रहीम के एक एक गुनाह को बेहद करीब से देखने वाले गुरुदास सिंह तूर ने बताया कि दुनिया भर में लड़कियों का पापा बन कर घूमता राम रहीम दरअसल सबसे बड़ा पापी थी. वो अय्याशी की लत में ऐसा अंधा हुआ था कि उसे हर जगह वही दिखता था.
गुरुदास सिंह तूर ने बताया कि डेरे की अपनी गुफा के बंद कमरों में राम रहीम मसाज मसाज खेलता था और मसाज करवाते वक्त आहे भी भरता था. धर्म का धंधा करने वाले राम रहीम के नखरे सिर्फ यहीं खत्म नहीं होते थे. ये पाखंडी और बलात्कारी बाबा बाकायदा लड़कियों की उम्र भी तय करता था. जो उम्र राम रहीम ने तय की, उसी उम्र की लड़कियां इसका मसाज करती थीं. पूर्व सेवादार ने बताया कि अपने चेहरे को चमकाने के लिए लाखों रुपए के ब्यूटी प्रॉडक्ट्स खरीदने वाले राम रहीम को दरअसल जवान दिखने की सनक थी. उसे फिल्म स्टार की तरह चमकते और दमकते रहने का नशा था. इसी नशे की अगली कड़ी थी, मसाज. जिसमें उसका शरीर सोने की तरह दमकता था.
राम रहीम की गुफा पर इंडिया न्यूज पर एक और साध्वी ने बड़ा खुलासा किया है. साध्वी ने बताया है कि राम रहीम गुफा में बुलाकर गलत काम करता था. साध्वी ने कहा कि अंदर बुलाकर राम रहीम खास जाम पिलाता था. इसके बाद गलत काम करता था. साध्वी के मुताबिक जाम को पीने के बाद लड़कियां उसके बस में हो जाती थीं, इसके बाद जो उसके मन में आए वही काम करता था. साध्वी ने खुलासे में कहा कि गुफा के भीतर बाउंसर होते थे. जो लड़कियां गलत काम करने से मना करता थी तो उसके साथ मारपीट होता था. साध्वी ने कहा कि गुफा से लौटने के बाद लड़कियां बहुत रोती थी लेकिन शर्म के मारे इस बात को किसी के सामने नहीं बताती थीं. अपनी आप बीती बताते हुए साध्वी ने कहा कि साल 1999 से 2002 तक राम रहीम के डेरे में थे. तभी मैंने बलात्कारी बाबा की करतूत देखी. साध्वी के अनुसार वह खुद एक बार राम रहीम का शिकार होते-होते बची थी. उसने बताया कि मेरे मां-बाप ने उसे धार्मिक काम और पढ़ाई करने के लिए डेरे में भेजा था. लड़कियों को माफी दिलाने के नाम पर राम रहीम गुफा के अंदर बुलाता, इसके बाद लड़कियां रोते हुए बहार निकलती थीं. जो भी लड़की उसको अच्छी लगती थी उसे बुला लिया जाता था.