नई दिल्ली: बलात्कारी बाबा राम रहीम अपनी मुंहबोली बेटी हनीप्रीत पर फिदा था और इसी में उसकी असलियत भक्तों के सामने एक-एक कर आती चली गई. फिल्मों में राम रहीम का जो चेहरा सामने आया उसी से लोगों को लग गया कि ये बाबा जिस ट्रेक पर दौड़ रहा है वो इसके अंदर का असली शैतान है. राम रहिम अगर रसिया ना होता तो उसकी जिंदगी में इतना बड़ा कांड ना होता. 20 साल तक जेल में चक्की पीसने की नौबत ना आती. दुनिया भर में पांच करोड़ समर्थकों का दावा करने वाला चैन की जिंदगी जीता जैसी जी रहा था. जब इंसान की दिमाग में हवस का किड़ा हो तो वो सारी बुद्धि को कुतर के खा जाता है. यही राम रहीम के साथ हुआ.
गुमनाम खत ने राम रहीम की पोल खोली. राम रहीम के दिमाग में हैवानियत तो बहुत पहले से थी लेकिन वो पर्दे के पीछे रहकर डेरा में कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद कर रहा था लेकिन राम रहीम इतना अय्याश है इसका अहसास तब हुआ जब राम रहीम की जिंदगी में हनीप्रीत की दखल बढी या कहे की राम रहीम ने हनीप्रीत की जिंदगी में दखल देनी शुरु की. डेरा सच्चा सौदा में हनीप्रीत किसी विषकन्या से कम नहीं थी. हर किसी को मालूम हो चला था कि कैसे हनीप्रीत और राम रहीम के बीच. द दरवाजों के पीछ इश्कियां परवान चढ रही हैं. राम रहीम हनीप्रीत के मोहपाश में ऐसे फंस गया था कि उसे सिवाय हनीप्रीत के कुछ नहीं दिखता था. अगर राम रहीम जेल ना गया होता तो हनीप्रीत औऱ राम रहीम के इश्क के चर्चे बाहर दिवारों पर लिखे मिलते.
कहने को तो हनीप्रीत राम रहीम की गोद ली हुई बेटी थी लेकिन इस रिश्ते को बाबा ने बुरी तरह बदनाम कर दिया. राम रहीम की रॉकस्टार वाली छवि बनाने के पीछे हनीप्रीत का ही हाथ बताया जाता है. हिन्द का नापाक को जवाब फिल्म मे राम रहीम ने हनीप्रीत को हिरोइन बना दिया. उसके बाद ही पता लगा कि हनीप्रीत किस बला का नाम है. जेल की सलाखों के पीछ सड़ रहे आसाराम के बारे में आपने सब कुछ सुना है. राम रहीम उस आसाराम से कम नहीं है. कमोवेश हर स्टाइल राम रहीम की आसाराम से मिलती है. खासकर विषकन्याओं के जरिए भोली-भाली लड़कियों को फांसने का स्टाइल तो राम रहीम का बिल्कुल आसाराम के जैसा ही था. एक तरफ आसाराम को रख दो और दूसरी तरफ राम रहीम को खड़ा कर दो. चाल चरित्र और चेहरे में फर्क नहीं था इन दोनों में दोनों के दिमाग में पलने वाला वहशीपन का किड़ा एक ही तरह का था. जैसे आसाराम ने ढेल ढस्सा और बंग्लो जैसी विषकन्याए पाल रखी थी कुछ वैसा ही साध्वियों का नेटवर्क खड़ा कर रखा था राम रहीम ने. सिरसा के जिस डेरा सच्चा सौदा में राम रहीम अपनी रास लीला करता था. वहा राम रहीम ने साध्वियों की एक कैटेगिरी तैयार कर रखी थी. इस खुलासा खुद राम रहीम के डेरे में सेवादार रह चुके हैं.