नई दिल्ली: जब जब जिसने भी सियाचिन की तरफ आंख दिखाई हमारी सेना ने उसका मुंहतोड़ जवाब दिया है. सबसे दुर्गम इलाके में हमारे जवान हिन्दुस्तान के मस्तक की कैसे पहरेदारी करते हैं.
32 साल पहले इंडियन आर्मी ने पाकिस्तान की नापाक सेना को कैसे बर्फ में दफ्न कर दिया था. उसकी पूरी कहानी भी बताएंगे आपको पर पहले ये देख लीजिए कि दुनिया के सबसे खतरनाक फ्रंट पर जानलेवा मौसम और धोखेबाज दुश्मनों के बीच कैसे जिंदगी की जंग लड़ते हैं.
पूरा देश जश्ने आजादी के उल्लास में डूबा है और सियाचिन ग्लेशियर में हमारे जांबाज जवान मौत के खतरे के सामने पूरी मुस्तैदी से डटे हुए हैं. कितना खतरनाक है इस बर्फिस्तान में तिरंगे की आन बान और शान की हिफाजत करना होगा. आज हम आपको उसकी एक एक तस्वीर बेहद करीब से दिखा रहे हैं.
ये चीता हेलिकॉप्टर्स हैं. जो हजारों फीट गहरी खाई से लेकर सैकड़ों फीट ऊंचे पहाड़ तक पूरी चौकसी के साथ हर गतिविधि पर नजर रखते हैं और किसी भी आपात स्थिति का सामना करने के लिए हर पल तैयार रहते हैं.
अब तक आपने लद्दाख और करगिल की खतरनाक पहाड़ियां देखी होंगी जहां सेना के जवान मुश्किल से मुश्किल हालात में भी दुश्मन का मुकाबला करने के लिए अपनी जान हथेली पर रखते हैं. लेकिन आज हम आपको सियाचिन के जिस पोस्ट की तस्वीरें दिखा रहे हैं. वहां दुश्मन से भी ज्यादा खतरनाक है. तूफानी मौसम और जानलेवा बर्फबारी का मुकाबला करना.