नई दिल्ली: चीन ने अपने सबसे बिजी रूटों में से पेइचिंग-शंघाई लाइन पर 400 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली बुलेट ट्रेन को पटरी पर उतार दिया है। चीन की यह बुलेट ट्रेन भी पूरी तरह से स्वदेशी है. इस ट्रेन को फुक्सिंग नाम दिया गया है.
रविवार को 11:05 बजे सुबह पेइचिंग साउथ रेलवे स्टेशन से शंघाई के लिए बुलेट ट्रेन को रवाना किया गया. ठीक इसी वक्त पर शंघाई के हॉन्गकियाओ रेलवे स्टेशन से पेइचिंग के लिए एक ट्रेन को हरी झंडी दिखाई गई. इस बुलेट ट्रेन ने पेइचिंग से शंघाई पहुंचने के लिए 5 घंटे 45 मिनट का वक्त लिया. इस दौरान यह ट्रेन जिनान, शान्दोंग और तियानजिन जैसे 10 स्टेशनों पर रूकी.
इन नई बुलेट ट्रेनों को इलेक्ट्रिक मल्टिपल यूनिट्स के तौर पर भी जाना जाता है. ये ट्रेनें अधिकतम 400 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकती हैं, जबकि 350 किमी प्रति घंटे की नियमित रफ्तार से इन्हें चलाया जा सकता है. पेइचिंग-शंघाई रूट पर इन ट्रेनों को उतारा गया है, जहां प्रति दिन 5 लाख से अधिक लोग यात्रा करते हैं.
इस नई ट्रेन में ऐसा सिस्टम लगाया गया है, जो इसकी परफॉर्मेंस को नियमित चेक करेगा. इससे किसी भी असामान्य या आपातकालीन स्थिति में ट्रेन खुद धीमी हो जाएगी. इसके अलावा रिमोट डेटा-ट्रांसमिशन सिस्टम ट्रेन की रीयल टाइम रनिंग की मॉनिटरिंग करेगा. इसके अलावा ट्रेन में वाई-फाई और पावर सॉकेट्स की भी सुविधा है.
चाइना रेलवे कॉर्पोरेशन के जनरल मैनेजर लू डोंगफू ने कहा, ‘फुक्सिंग ने चीन की उस बुलेट ट्रेन को नए आयाम दिए हैं, जिसने देश में बड़े आर्थिक और सामाजिक विकास की नींव रखी है.’ चीन के पास दुनिया का सबसे बड़ा 1,22,000 किलोमीटर का रेल नेटवर्क है. यह दुनिया के कुल रेल नेटवर्क के 60 फीसदी के करीब है.