नई दिल्ली: क्या सीएम योगी ने यूपी की जनता से जितने वादे किए वो पूरे हो गए ? क्या यूपी में बेलगाम क्राइम कंट्रोल में आ गया ? क्या यूपी की सड़कों के सभी गड्ढे भर गए ? क्या गरीबों के घर में सरकारी राशन वक्त पर आने लगा ?
ये सवाल आज हम इसलिए कर रहे हैं क्योंकि सीएम योगी ने अपनी सरकार के 100 दिन पूरे होने पर अपना रिपोर्ट कार्ड पेश किया है और अब हम आपको योगी सरकार के 100 दिन पर जनता का रिपोर्ट कार्ड दिखाते हैं.आपको आज यूपी के शहर-शहर, गांव-गांव के रिपोर्ट कार्ड दिखाएंगे.
उससे पहले ये सुन लीजिए कि मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ ने क्या कहा था. ये यूपी में बिजली की हकीकत की तस्वीरें हैं. बता दें कि जिस्म जलाने वाली गर्मी और उमस में जिला मुख्यालय, तहसील और गांवों में लोग पंखा झलने को मजबूर हैं .यहां 24, 20 और 18 घंटे बिजली की बात बेमानी है. सरकार बदली लेकिन फिलहाल तस्वीर बहुत ज्यादा नहीं बदली.
गाजियाबाद के पॉश इलाके वैशाली, वसुंधरा, इंदिरापुरम, कौशांबी ,साहिबाबाद, राजेंद्र नगर, राज नगर, घंटा घर, कवि नगर, गोविंदपुरम, शास्त्री नगर जैसे इलाकों का हाल कुछ ऐसा ही है .सभी इलाकों में बामुश्किल 17 या 18 घंटे बिजली मिल रही है. हालांकि बिजली विभाग के अधिकारी कहते हैं कि तकनीकी खराबी की वजह से ज्यादा बिजली कटौती होती है.
यूपी की राजधानी लखनऊ में भी हमने बिजली की पड़ताल की है. लखनऊ के ग्रामीण इलाका मोहनलाल गंज में 18 घंटे बिजली रहनी चाहिए. लेकिन गर्मी में यहां बिजली के दर्शन कितने घंटे होते हैं. अब आपको सीएम योगी के गृहजिला गोरखपुर की सच्चाई दिखाते हैं.
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