Advertisement
  • होम
  • देश-प्रदेश
  • भू-वैज्ञानिकों का दावा-25 सालों में नैनीताल की सबसे बड़ी झील सूख जाएगी

भू-वैज्ञानिकों का दावा-25 सालों में नैनीताल की सबसे बड़ी झील सूख जाएगी

अगले 25 सालों में नैनीताल की सबसे बड़ी झील सूख जाएगी. ये हम नहीं कह रहे हैं, ये भू-वैज्ञानिकों का दावा है. जून के महीने में जहां पूरा देश भीषण गर्मी से जल रहा है तो दूसरी ओर पहाड़ों पर भी पानी के स्रोत सूखते जा रहे हैं. क्यों हो रहा है उलटफेर ? कौन है इसका जिम्मेदार ?

Advertisement
  • June 4, 2017 4:08 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली: अगले 25 सालों में नैनीताल की सबसे बड़ी झील सूख जाएगी. ये हम नहीं कह रहे हैं, ये भू-वैज्ञानिकों का दावा है. जून के महीने में जहां पूरा देश भीषण गर्मी से जल रहा है तो दूसरी ओर पहाड़ों पर भी पानी के स्रोत सूखते जा रहे हैं. क्यों हो रहा है उलटफेर ? कौन है इसका जिम्मेदार ?
 
धरती का सबसे बड़ा बर्फिस्तान अब रेगिस्तान बनता जा रहा है. कहने का मतलब ये कि आर्कटिक और अंटार्कटिका में बर्फ का स्टॉक तेजी से खत्म हो रहा है. ग्लेशियर्स पिघल रहे हैं और बर्फ का समंदर पानी बनता जा रहा है.
 
वैज्ञानिकों का दावा है कि पिछले कई हजार सालों में जो नहीं हुआ वो अब हो सकता है. यानी धरती पर महातबाही आ सकती है. साउथ पोल यानी दक्षिणी ध्रुव, जिसे अंटार्ककिटा भी कहते हैं. लाखों मील में फैला ये पूरा इलाका यूं तो सालों भर बर्फ से ढका रहता था. लेकिन अब वहां से हैरान करने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं.
 
 
दुनिया के सबसे बड़े बर्फिस्तान में ये ग्रीन अटैक की तस्वीरें हैं यानी हरियाली का हमला. जहां कभी इंच इंच जमीन पर सिर्फ बर्फ हुआ करती थी अब वहां पेड़ पौधे नजर आने लगे हैं. यानी एक किस्म की वनस्पति जो इस बर्फिस्तान में तेजी से फैलती जा रही है.
 
जहां पहले कभी बर्फ के पहाड़ थे, बर्फ के समंदर थे, जब वहां हरियाली फैलने लगे तो क्या होगा. अंटार्कटिका में कुछ ऐसा ही हो रहा है. वैज्ञानिकों की ताजा रिसर्च से पता चला है कि बर्फिस्तान के इलाके में अब तेजी से शैवाल पनपने लगे हैं. यानी बड़े बड़े ग्लेशियर्स पिघल रहे हैं और उनकी जगह वहां पेड़-पौधे पैदा होने लगे हैं.
 
 
हजारों साल के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ कि यहां हरियाली दिखी हो क्योंकि इस पूरे इलाके में सिर्फ ग्लेशियर्स हैं. यानी बर्फ के बड़े बड़े पहाड़. गर्मियों में जब ये बर्फ पिघलती है तो यहां से पानी दुनिया भर के नदियों और समंदरों में पहुंचता है. लेकिन ग्लोबल वॉर्मिंग यानी धरती के बढ़ते तापमान की वजह से अब कुदरत का पूरा चक्र ही उल्टा होता जा रहा है. 
 
(वीडियो में देखें पूरा शो)

Tags

Advertisement