गोरक्षा के नाम पर शहर-शहर तालिबानियों से भी बुरा बर्ताब

कहते हैं जहां कानून का राज होता है. वहां उससे ऊपर कुछ नहीं होता. लेकिन देश में शहर शहर इन दिनों कोई है जो कानून से ऊपर उठने की कोशिश कर रहा है. कानून का मजाक उड़ा रहा है. जिससे खाकी वर्दी भी खौफ खाने लगी है.

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गोरक्षा के नाम पर शहर-शहर तालिबानियों से भी बुरा बर्ताब

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  • May 14, 2017 5:47 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago

नई दिल्ली: कहते हैं जहां कानून का राज होता है. वहां उससे ऊपर कुछ नहीं होता. लेकिन देश में शहर शहर इन दिनों कोई है जो कानून से ऊपर उठने की कोशिश कर रहा है. कानून का मजाक उड़ा रहा है. जिससे खाकी वर्दी भी खौफ खाने लगी है.

पुलिस रहे ना रहे इन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता. ये सड़कों पर भीड़ की शक्ल में निकलते हैं. और खुलेआम लोगों के लिए मौत पर फरमान सुना देते हैं. जमीन पर पड़े इस युवक को कोई अपने पैरों तले रौंदने की कोशिश कर रहा है. तो कोई इसपर अंधाधुंध बेल्ट बरसा रहा है. कोई ताबड़तोड़ थप्पड़ जड़ रहा है और कोई इसपर जानलेवा घूसे से वार कर रहा है.

मतलब नॉनस्टॉप पिटाई. इस युवक की इतनी पिटाई की गई कि ये लहूलुहान हो गया. लेकिन आसपास मौजूद दर्जनों लोग इन तस्वीरों का आनंद लेते रहे. गुंडे पीटते रहे और पिटाई तब जाकर रुकी जब ये युवक बेसुध हो गया. युवक की पिटाई का वीडियो जब सोशल मीडिया में वायरल हुआ तो पुलिस हरकत में आई और युवक को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया.

जो दरिंदे इस युवक की पिटाई कर रहे हैं. उनकी तस्वीरें कैमरे ने कैद की है. हो सकता है पुलिस इन्हें गिरफ्तार कर ले. हवालात में बंद कर दे, कानून इसे सजा भी दे दे. लेकिन क्या इतने भर से ये तस्वीर बदल जाएगी. जवाब की गारंटी नहीं है. क्योंकि बामुश्किल हर दो चार दिन पर देश के किसी न किसी शहर से ऐसी तस्वीरें आ ही जाती हैं.

जिसमें कुछ लोग पिटने वाले होते हैं. दर्जन भर से ज्यादा पीटने वाले. और वजह बताई जाती है कथित गोसेवा. सुना आपने पूरा मामला पैसों के लेनदेन का था. लेकिन आपसी रंजिश में आरोपी ने पीड़ित पर गाय के साथ मारपीट आरोप लगाया. लोगों की भीड़ इकट्ठी की.और गोरक्षा के नाम पर पीड़ित के साथ तालिबानियों से भी बुरा बर्ताब किया गया.

 

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