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यूपी के छापामार मंत्री नहीं छोड़ेंगे !

अनाज में घोटाला किया तो पकड़े जाओगे. अस्पताल में लापरवाही बरती तो नौकरी से जाओगे. पुलिस थाने में कोताही हुई तो कड़ी कार्रवाई होगी. और अगर स्कूलों की सूरत नहीं सुधरी तो हमेशा के लिए छुट्टी कर दी जाएगी.

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  • April 18, 2017 5:36 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली: अनाज में घोटाला किया तो पकड़े जाओगे. अस्पताल में लापरवाही बरती तो नौकरी से जाओगे. पुलिस थाने में कोताही हुई तो कड़ी कार्रवाई होगी. और अगर स्कूलों की सूरत नहीं सुधरी तो हमेशा के लिए छुट्टी कर दी जाएगी.
 
योगी राज में किसी को राहत नहीं. मंत्री हैं तो अपने इलाके में जाइए और लोगों की सुध लीजिए वरना खैर नहीं. अफसर हैं तो अपने विभाग को चुस्त दुरुस्त कीजिए गंदगी और अव्यवस्था दूर कीजिए वरना कभी भी गाज गिर सकती है. क्योंकि योगी की दो आंखें सब देख रही हैं.
 
हम लोग वो नहीं जो अपने नेता को बचाने के लिए निकले हैं. अगर हमारा नेता गलत करता है तो उसको सजा दीजिए. लॉ एंड ऑर्डर गड़बड़ नहीं होना चाहिए. गेहूं का समर्थन मूल्य 1625 रुपया/क्विंटल है. ये है कि 10 रुपया किसानों से लिया जाएगा कहीं है ?
 
ऐसा नहीं है कि मैं कसम खा रहा हूं कि मैं बाहर की दवाइयां नहीं लिखता सर.. पर कभी कभी ऐसा है सर कि जब हमारे पास दवाइयां नहीं होती है तो मरीज की जान बचाने के लिए. सर आप ऑल ओवर इंडिया चले जाइए सर दो आंखें और बारह हाथ यानी एक मुख्यमंत्री और उसके दर्जनों मंत्री उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने के लिए चौबीसों घंटे अपनी ड्यूटी पर मुस्तैद हैं.
 
जी हां यूपी में योगी सरकार के मंत्री लगातार ऐक्शन में हैं. अस्पताल हो या स्कूल पुलिस थाना हो या अनाज गोदाम. योगी के मंत्री लगातार अपने छापामार मिशन पर डटे हुए हैं. दरअसल विधायक चंद्र प्रकाश जब औचक निरीक्षण पर पहुंचे तो पूरे अस्पताल में एक डॉक्टर समेत सिर्फ तीन कर्मचारी ही मौजूद थे.जबकि अस्पताल में कुल 37 कर्मचारी तैनात हैं यानी 34 कर्मचारी ड्यूटी से नदारद पाए गए.
 
हैरान परेशान मरीज अस्पताल में इधर से उधर चक्कर लगा रहे थे. पर इलाज तो दूर उन्हें दवा देने वाला भी कोई नहीं था. मरीजों की शिकायत है कि अस्पताल के डॉक्टर जानबूझकर उन्हें बाहर की दवा लिखते हैं जबकि डॉक्टर की दलील है कि मरीज की जान बचाने के लिए ऐसी दवाएं लिखनी पड़ती हैं. विधायक के अस्पताल पहुंचते ही मरीजों और परिजनों ने उन्हें घेरकर अपनी अपनी फरियाद सुनाने लगे.
 

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