इस हफ्ते: ‘बाहुबली’ योगी ने कर लिया है यूपी की सारी समस्याओं से टकराने का फैसला

यूपी की सत्ता संभाले योगी आदित्यनाथ को दो हफ्ते से ज्यादा गुज़र चुके हैं इस हफ्ते में आज हम बात योगी के बीते दो हफ्तों की करेंगे. इन दो हफ्तों में सीएम योगी ने कई ऐसे फैसले लिए हैं जिसने उन्हें यूपी का अबतक का सबसे बोल्ड और सबसे ज्यादा रफ्तार वाला मुख्यमंत्री बना दिया है. मुद्दा चाहे सूबे की कानून व्यवस्था का हो या महिलाओं की सुरक्षा का.

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इस हफ्ते: ‘बाहुबली’ योगी ने कर लिया है यूपी की सारी समस्याओं से टकराने का फैसला

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  • April 2, 2017 4:39 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली: यूपी की सत्ता संभाले योगी आदित्यनाथ को दो हफ्ते से ज्यादा गुज़र चुके हैं इस हफ्ते में आज हम बात योगी के बीते दो हफ्तों की करेंगे. इन दो हफ्तों में सीएम योगी ने कई ऐसे फैसले लिए हैं जिसने उन्हें यूपी का अबतक का सबसे बोल्ड और सबसे ज्यादा रफ्तार वाला मुख्यमंत्री बना दिया है. मुद्दा चाहे सूबे की कानून व्यवस्था का हो या महिलाओं की सुरक्षा का.
 
सड़क-बिजली और पानी का मसला हो या सड़कों की बेहतरी का.योगी सरकार ने जैसे बाहुबली बनकर एक साथ यूपी की सारी समस्याओं से टकराने का फैसला कर लिया है. तो आइये देखते हैं ‘बाहुबली’ योगी.
 
योगी के इस बाहुबली अवतार के सामने चुनौतियां का ढेर है. बीते दो दशकों से प्रदेश का सरकारी सिस्टम एक खास ढर्रे पर चल रहा है उसे रातों रात ठीक करना आसान नहीं था. लेकिन योगी ने ना सिर्फ इस चुनौती को कबूल किया बल्कि सारे सिस्टम को रातों रात ठीक करने का मुश्किल फैसला भी लिया. इसके लिए दिन रात काम करना होगा और इसीलिए सीएम योगी अपने मंत्रियों और विधायकों को भी लगातार काम पर मुस्तैद देखना चाहते हैं.
 
योगी एक सख्त प्रशासक की भूमिका में नज़र आ रहे हैं इसमें कोई दो राय नहीं हैं. लेकिन सच ये भी है कि यूपी एक बड़ा सूबा है. और इस बड़े प्रदेश में रहने वाले 22 करोड़ लोगों में तरह तरह की सांस्कृतिक और वैचारिक विविधता मौजूद है. उसपर योगी की छवि भी कट्टर हिंदुवादी नेता की रही है. ऐसे में कुछ लोगों का इन फैसलों के पीछे योगी की मंशा पर सवाल उठाना भी लाज़िम है. ब्रेक के बाद बात ऐसे ही कुछ कड़वे सवालों की.
 
जब योगी आदित्यनाथ यूपी के मुख्यमंत्री बने तो प्रदेश का एक बड़ा तबका उहापोह में था. सूबे के अल्पसंख्यकों में तो योगी को कुछ ज्यादा ही शक से देख रहे थे.लेकिन पिछले दो हफ्तों के रिपोर्ट कार्ड से ये साफ है कि तमाम कड़े फैसलों के बावजूद बाहुबली योगी यूपी में सचमुच तुष्टीकरण की नीति को खत्म कर यूपी की राजनीति में सबका साथ सबका विकास का मंत्र फूंक सकें.
 
इसमें शक नहीं कि योगी के सामने सबसे बड़ी मुश्किल खुद योगी की छवि ही है. प्रदेश में बड़ी संख्या ऐसे तबके की है जो चेहरे पर भले ही मुस्कुराहट या बेफिक्री लिए खड़ा हो लेकिन उनके मन और जेहन दोनों में शक की आंधी चल रही है.
 
विकास की इस यात्रा में योगी के सामने जो सबसे बड़ी चुनौती है वो इन अल्पसंख्यकों का भरोसा जीतने की है. अगर योगी अल्पसंख्यकों का भरोसा जीत पाए तो बाहुबली योगी की अगुवाई में यूपी का उद्धार तय है. बहरहाल अब मुझे दीजिये इजाज़त लेकिन देश और दुनिया की बाकी खबरों के लिए आप देखते रहिये.
 

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