नई दिल्ली: सिद्धू की कुर्सी फंस गई. आज की तारीख में हिन्दुस्तान के सबसे चहेते कॉमेडी शो का अहम हिस्सा नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है.
विवाद ये है कि क्या कैबिनेट मंत्री रहते सिद्धू कॉमेडी करेंगे. सिद्धू ने इस पर क्या कहा वो आपको बताएं उससे पहले ये देखिए कि सिद्धू को अपनी इस कॉमेडी वाली कुर्सी से कितना प्यार है.
नवजोत सिंह सिद्धू के साथ दिक्कत यही है. उन्हें अपनी दोनों कुर्सी प्यारी है. पहली कुर्सी वो है जिसके बूते उन्हें नई पहचान दिलाई है. लेकिन साथ में मोटी रकम भी मिलती है. दूसरी कुर्सी वो है जो उन्हें जनता ने सौंपी है. सेवा के लिए, लेकिन कन्फ्यूजन ये है कि मोटा माल के साथ सेवा वाली कुर्सी कैसे संभाली जाए. इसलिए सारे विवाद की जड़ कुर्सी है .
इस दो कुर्सी के बीच सिद्धू की साख दांव पर है. जिसका बड़ा डैमेज सिद्धू ने खुद पाला बदल कर किया .लेकिन लोकतंत्र में इमेज जनता तय करती है. और जनता ने सिद्धू को कुर्सी सौंपी है. पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार में सिद्धू कैबिनेट मंत्री बने हैं . और इसके लिए अमृतसर पूर्व की जनता ने उन्हें 40 हजार से अधिक वोटों से जिताया है. तब जाकर उन्होंने उन्होंने बतौर कैबिनेट मंत्री संविधान की शपथ ली है .
इस शपथ के बाद उन्हें पंजाब सरकार में नई जिम्मेवारी सौंपी गई है . कैप्टन अमरिंदर की सरकार में उन्हें स्थानीय निकाय का विभाग दिया गया है. जिसमें काम इतना ज्यादा है कि सिद्धू को दिन-रात एक करने होंगे . अगर वो बदलाव चाहते हैं तो . अब सवाल इसी बात को लेकर है कि सिद्धू अपने मंत्रालय में दिन रात काम करेंगे या कॉमेडी का शो करेंगे.
सिद्धू की नई जिम्मेवारी और उनके पुराने कॉमेडी शो पर सवाल उठाने वाले के टी एस तुलसी की बातें हवा-हवाई नहीं . क्योंकि तुलसी देश के जाने-माने वकील हैं . और वो जो कुछ भी कह रहे हैं वो नियमों-तर्कों का हवाला देकर.
अब सिद्धू के सामने सबसे बड़ा धर्मसंकट ये है कि वो सीएम यानी कैप्टन अमरिंदर को कैसे समझाएं. क्योंकि कैप्टन पहले से ही सिद्धू को ज्यादा तूल नहीं दे रहे थे. लेकिन कांग्रेस हाईकमान के दबाव में उन्होंने सिद्धू को तरजीह दी.
जब नतीजे आए तो कांग्रेस को उम्मीद से ज्यादा फायदा हुआ. लिहाजा कैप्टन ने बिना कुछ बोले-सुने सिद्धू को भी कैबिनेट में शामिल कर लिया. लेकिन उन्हें क्या पता कि क्रिकेट के बाद कॉमेडी और फिर खालिस नेतागीरी से सरकार में आने वाले सिद्धू के साथ विवाद जुड़ा चला आएगा .