नई दिल्ली: महाशिवरात्रि के दिन हम आपको एक बड़ी खुशखबरी दे रहे हैं. मेरे पीछे आप एक चलती फिरती मशीन देख रहे हैं. ये आतंकियों का ऐसा दुश्मन है. जो उसके एक-एक प्लान को नाकाम कर देगा. दहशतगर्द बम वाली साजिश रचेंगे. और ये चुपके से बम को गायब कर देगा.
पलक झपकते ही उसे भस्म कर देगा. आज हम आपको देश के कई ऐसे नए दोस्त से मिलवाएंगे. सबसे पहले देश के दोस्त नंबर एक और आतंक के दुश्मन नंबर वन से मिलिए. दौड़ती-भागती जिंदगी में आज सुरक्षा सबसे बड़ा मसला है. इसीलिए इस तरह के उपकरणों का बड़ा महत्व है. अब आपको एक ऐसा कैमरा दिखाएंगे. जो हजार कैमरे के बराबर है.
इसमें डेढ़ किलोमीटर तक साफ देखा जा सकता है. हम और आप मोबाइल फोन या कैमरा खरीदने जाते हैं तो उसका मेगापिक्सल पूछते, जानते हैं. आम तौर पर अच्छा कैमरा 20-25 मेगापिक्सल का होता है. लेकिन ये सीसीटीवी कैमरा 200 मेगापिक्सल रिजॉल्यूशन का है. इसमें एक से डेढ़ किलोमीटर दूर की तस्वीर साफ देखी जाती है.
500 मीटर तक इसमें गाड़ियों के नंबर प्लेट साफ-साफ दिख जाते हैं. दिल्ली पुलिस इसी के सहारे शहर का सर्विलांस करती है. कैमरे के जानकार कहते हैं कि अगर ऐसे चार कैमरे दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर लगाए जाएं तो पूरा हवाई अड्डा कवर हो जाएगा.
हिंदुस्तान में आतंक का एक रास्ता सुरंग भी है. सरहद पार के आतंकी सुरंग के रास्ते भारत में घुसने की लगातार कोशिश करते हैं .लेकिन ये कैमरा अब दहशत की सुरंग को दूर से देख लेगा.