नई दिल्ली: आप सालों से सुनते आए हैं त्रिदेव. जो धरती से इतर तीन लोकों में रहते हैं. ये तो एक धार्मिक कहानी है, किवंदती है. लेकिन पहली बार नासा ने धरती से करोड़ों मील दूर अंतरिक्ष में पूरी तरह सलामत. त्रिलोक की खोज की है. हालांकि इस त्रिलोक में तीन लोकों के अलावा चार और ग्रह शामिल हैं.
जैसा कि आप इस वक्त देख रहे हैं. आपको समझाने के लिए मैं इस वक्त एक वर्चुअल अंतरिक्ष में मौजूद हूं. मेरे पीछे ये पृथ्वी है. जिस पर हम-आप. सब लोग रहते हैं. और ये हमारा पूरा सोलर सिस्टम है.
अब मेरे पीछे ऊपर की तरफ आप देखिए छोटे-छोटे ग्रह आपको दिखेंगे जो सौरमंडल में पहले से मौजूद मंगल, बुध, बृहस्पति, शुक्र, शनि जैसे वो तमाम ग्रह हैं चमकते हुए स्टार्स हैं जो हमारे सोलर सिस्टम का हिस्सा हैं. लेकिन फिलहाल हम आपको ये सात ग्रह जो दिखा रहे हैं.
वो नए ग्रह हैं जिसके बारे में नासा की नई खोज सामने आई है. कहा ये जा रहा है कि इन सात ग्रहों में त्रिदेव के तीनों लोक भी शामिल हो सकते हैं. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि नए सौरमंडल में तीन ऐसे ग्रह हैं जो बिल्कुल धरती की तरह हैं. वहां हवा है.
पानी है मिनरल्स हैं. यानी धरती की तरह इन तीनों ग्रहों पर भी जीवन हो सकता है. वैज्ञानिकों ने इन तीनों ग्रहों को नाम दिया है. इनमें सबसे खास है ये ग्रह जिसका नाम e रखा गया है. आकार और बनावट के लिहाज से ये बिल्कुल धरती की तरह है और यहां हरियाली हो सकती है.
ये वो दूसरा ग्रह है जिसका नाम f है. ये भी धरती की तरह दिखता है और वैज्ञानिकों का मानना है कि यहां भी जीवन हो सकता है. और ये तीसरा ग्रह है जिसे नासा ने g नाम दिया है. ये आकार में धरती से काफी छोटा है पर जीवन की संभावना यहां भी है.
अब दुनिया को इंतजार है नासा के अगले ऐलान का ताकि इन तीनों ग्रहों की तस्वीर और साफ हो सके.यहां ये भी जान लीजिए कि हम इन तीनों ग्रहों को त्रिदेव का त्रिलोक क्यों कह रहे हैं. दरअसल धार्मिक मान्यता के मुताबिक त्रिदेव के तीनों लोकों में समंदर, पहाड़ और जंगल का जिक्र है.
इन तीन ग्रहों पर भी वैज्ञानिकों को समंदर और पहाड़ के संकेत मिले हैं.अनुमान तो ये भी लगाया जा रहा है कि इन ग्रहों पर एलियंस भी हो सकते हैं.रंग रूप और बनावट में ये एलियंस धरती पर पाए जाने वाले किसी भी जीव-जंतु से बिल्कुल अलग होते हैं पर इंसानों की तरह ये भी जिंदा रहने के लिए सांस लेते हैं और इन्हें भी भोजन-पानी की जरूरत होती है.