नई दिल्ली: डोनल्ड ट्रंप के सत्ता संभालते ही
अमेरिका में ओबामा युग खत्म हो गया है. ओबामा जो सिर्फ अमेरिका के सबसे चहेते राष्ट्रपति ही नहीं थे बल्कि दुनिया के नक्शे पर भी उन्होंने अपनी पहचान एक ऐसे नेता की बनाई थी जो वक्त पड़ने पर नरम और वक्त पड़ने पर बेहद सख्त फैसले लेने का माद्दा रखते थे.
अमेरिकी इतिहास में ये वो पल था जब दुनिया के दो ताकतवर शख्स
व्हाइट हाऊस में एक साथ मौजूद थे. मौका था एक के विदा लेने का और दूसरे का अमेरिका की हुकूमत की चाबी अपने हाथ लेने का. 8 साल दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश पर राज करने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति
बराक ओबामा ने व्हाइट हाउस से विदा ली. व्हाइट हाउस में आखिरी प्रेस कांफ्रेंस में ओबामा ने कहा कि आने वाले वक्त में अमेरिका का कोई हिंदू राष्ट्रपति होगा.
ओबामा का भारत से खास लगाव रहा है और वो हनुमान के भक्त भी हैं. अपने साथ हमेशा हनुमान जी की तस्वीर रखने का खुलासा भी ओबामा ने किया था. ओबामा की विदाई भी बेहद खास थी. जब ओबामा व्हाइट हाऊस से विदा होने वाले थे. उससे ठीक पहले अमेरिकी सेना ने सीरिया में आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले किये. बताया जाता है कि इन हवाई हमलों में 100 के करीब आतंकी मारे गए.
दावा किया जा रहा है कि अमेरिकी सेना ने ये कार्रवाई इसलिए की, ताकि ओबामा को अनोखा विदाई-गिफ्ट दिया जा सके. हालांकि 100 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराने के लिए
अमेरिकी सेना ने ओबामा से सीधी मंजूरी ली थी या नहीं, ये अबतक साफ नहीं हो सका है.
हर कदम पर अमेरिकी जनता के साथ खड़े रहने का वादा करते हुए बराक ओबामा ने बतौर राष्ट्रपति आखिरी ट्वीट किया जिसमें उन्होंने अपने देशवासियों का धन्यवाद किया और कहा कि वो यहां की जनता की सेवा करना अपने जीवन का सम्मान मानते हैं.
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