नई दिल्ली: सरकार ने आठ नवंबर आधी रात से 500 और 1000 रुपये के नोटों को अमान्य घोषित कर दिया था. इसके बाद देश में लोगों को कैश की काफी दिक्कत हो गई थी. सरकार की तरफ से काले धन, भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने और लोगों की मुश्किल कम करने के लिए कई बार नियमों में बदलाव भी किया गया है.
लेकिन, क्या 6 हफ्ते बाद भी हमारा देश नोट के आंसू रो रहा है या सबकुछ पटरी पर लौटने लगा है? क्या आम लोगों की जेब में इतने नए नोट आ गए है, जिससे वो हैप्पी क्रिसमस और हैप्पी न्यू ईयर सेलिब्रेट कर सकें. इन्हीं सवालों को लेकर हमने राजधानी दिल्ली के खुदरा बाजारों की बड़ी पड़ताल की है.
इसी तरह लाल किले की स्ट्रीट मार्केट में भी पड़ताल की गई. लाल किले के पास एक और हिंदुस्तान बसता है. जहां मोटरगाड़ी वाले बाबू नहीं आते हैं. यहां वो लोग दिखते हैं जो आम तौर पर शोरूम और मॉल का मुंह नहीं देख पाते. ऐसे में हमने देखा कि नोटबंदी में इस स्ट्रीट मार्केट का कैसा हाल है. आप भी ये हाल जानने के लिए देखें इंडिया न्यूज का खास शो- ‘लाल किला’ से नोटबंदी लाइव. वीडियो में देखें पूरा शो.