नई दिल्ली. मोदी के ‘एजेंट 003’ सुनकर आपको हैरानी हो रही होगी कि कौन हैं ये एजेंट और इनका मोदी से क्या कनेक्शन है. काले धन पर मोदी सरकार की जिस सर्जिकल स्ट्राइक की पूरी दुनिया में चर्चा हो रही है. जिस फैसले ने ब्लैकमनी के बड़े खिलाड़ियों को बर्बाद कर दिया.उस प्लान को मोदी के एजेंट 003 के बिना जमीन पर उतारना मुश्किल था.
आज हम आपको इस मास्टर प्लान की तैयारी और उसे लागू करने की पूरी कहानी बताएंगे. शक्तिकांत दास को 29 सितंबर 2015 को आर्थिक सचिव पद पर तैनात किया गया था. आपको बता दें कि मोदी की जनधन योजना भी इसी चक्रव्यूह का हिस्सा थी. पीएम ने जनधन योजना के तहत पहले हर आदमी को बैंक के खाते से जोड़ा. जिससे देश का सारा काम डेबिट यानी ATM कार्ड से वित्त मंत्रालय के संयुक्त सचिव सौरभ गर्ग की देखरेख में 500 और 1000 रुपये के करोड़ों नोट छापकर रखने की योजना बनी.
इसके बाद मोदी ने अपने खास और सबसे भरोसेमंद अफसर उर्जित आर पटेल को रिजर्व बैंक का गवर्नर नियुक्त किया.पीएम मोदी ने कई रात जागकर इन अफसरों के साथ गोपनीय बैठकें भी की और आखिरकार 8 नवंबर को 1000 और 500 के नोट को बंद कर कालेधन और जाली नोटों पर चाबुक चला दी. ये तो हुई मोदी के मास्टर प्लान को जमीन पर उतारने की पूरी कहानी, लेकिन सवाल ये है कि ये प्लान आया कहां से है. ब्लैकमनी को बेकार करने के लिए 500 और 1000 के नोट को बैन करने का आइडिया किसने दिया देखिए पूरी कहानी सिर्फ इंडिया न्यूज पर