नई दिल्ली. सीजफायर टूटा तो अब पाकिस्तानी पोस्ट पर SLR और मशीनगनसे गोलियां नहीं चलेगी. हिन्दुस्तान का ऐरावत दहाड़ेगा. कलेजे को कंपा देने वाली ये आवाज उसी ऐरावत की है. जिसकी बड़ी खेप अब पाकिस्तान और चीन की मिलिभगत से मिलने वाली चुनौतियों की वजह से हिन्दुस्तान में आ रही है.
कैसे हिन्दुस्तान की सेना की शान ये ऐरावत इतने बड़े नाले को सिर्फ 5 सेकंड में पार कर गया . दरअसल हम जिसे ऐरावत कह रहे हैं वो हिन्दुस्तान की सेना की शान और जान T-90 टैंक है. जिसका बड़ा सौदा हिन्दुस्तान ने करने का फैसला किया है. ये बात पाकिस्तान बॉर्डर पर बदले माहौल के बाद काफी अहम है. क्योंकि बॉर्डर पर सिर्फ फायरिंग ही नहीं हो रही बल्कि LoC के अलावा इंटरनेशनल बॉर्डर का बड़ा हिस्सा सुलग रहा है .
कोई दिन ख़ाली नहीं जा रहा. जब बॉर्डर पर मोर्टार शेलिंग नहीं हो रही. कोई दिन खाली नहीं जाता जब सरहद के आस-पास मौजूद लोगों के घरों की दीवारें गोलियों से छलनी नहीं होती. सिर्फ पिछले महीने दिन में पाकिस्तान ने 64 बार सीजफायर तोड़ा है. आप समझ सकते हैं कैसे अब बॉर्डर पर हर दिन युद्ध जैसे हालात हैं .
ऐसे में कुरुक्षेत्र बने पाकिस्तान बॉर्डर पर पाकिस्तान की सेना के लिए अब बहुत बुरी ख़बर है. सबसे बुरी ख़बर. क्योंकि अब सरहद की निगहवानी हिन्दुस्तान के उसी ऐरावत के जिम्मे होगी.जो दहाड़ता ही नहीं आग बरसाता है. जो 4 किलोमीटर तक दुश्मन के हर ठिकाने को जलाकर ख़ाक कर देने की ताकत रखता है. अपनी टेलीविजन स्क्रीन पर देखिए, युद्ध के मैदान की तरफ जाता ये वही ऐरावत है T-90.
जबसे हिन्दुस्तान सॉफ्ट नेशन की छवि से बाहर आया है और उसने ईंट का जवाब पत्थर से देने की ठानी है. तब से चुनौतियां भी चौतरफा बढ़ रही है. ख़ासकर पाकिस्तान बॉर्डर पर हालात पिछले दो दशक में इतने बदतर कभी नहीं थे. बॉर्डर के बड़े हिस्से में खड़ा होना मुश्किल है. पता नहीं कब कौन सी गोली, कौन सा मोर्टार शेल किसको निशाना बना जाए.
जिस तरह के हालात हैं उसमें कब क्या होगा कोई नहीं जानता. एक्सपर्ट कहते हैं कि पाकिस्तान, तभी मानेगा जब ईंट का जवाब पत्थर से मिलेगा. वो तभी मानेगा जब गोली का जवाब गोले से मिलेगा. जब रायफल के बदले तोप गरजेंगे.
पाकिस्तान की हर हरकत पर करीब से नजर बनाए रखने वाले जनरल बख्शी तो कहते हैं कि पाकिस्तान अब युद्ध की तरफ बढ़ चुका है. क्योंकि जो मोर्टार दागे जा रहे हैं वो तोपखाने के हैं, वो समान्य हालत में नहीं दागे जाते.