नई दिल्ली. ये इंडियन एयरफोर्स की स्काइ डाइविंग टीम है जिसका नाम है आकाशगंगा. ये टीम करीब 30 साल पहले बनी थी. इस के सभी मेंबर पैराशूट इंस्ट्रक्टर हैं. ये इंडिया के सभी प्रकार के आर्म्ड फोर्सेस के जवानों को ट्रेनिंग देते हैं.
इस टीम के लोगों ने हजारों पैरा कमांडो को ट्रेन किया है. वैसे तो हम ट्रेनिंग करते हैं लेकिन जब भी कोई ओकेजन होता है या फिर कोई विशेष दिन होता है तो हमलोग जाकर डेमोन्सट्रेशन जंप करते हैं.आज हमलोगों ने करीब 7000 फीट से जंप किया है. टीम के सभी मेंबर को जंप की हाईट पहले ही बता दी जाती है और ये भी बता दिया जाता है कि उसे पैराशूट कितनी ऊंचाई पर खोलना है ताकि सभी अलग-अलग समय पर लैंड कर सकें.
हमारा मकसद ये है कि ज्यादा से ज्याद युवाओं को प्रेरित किया जाए ताकि वो एयरफोर्स ज्वाइन करें. जब हम फॉरन डिसप्लेश के लिए जाते हैं तो बाकी देशों के लिए हमारा ये मैसेज होता है कि वो भी मेरी ताकत को देख लें.हर देश के एयरफोर्स के ये क्षमता नहीं है कि वो एक एरोबैटिक टीम को रखे,विश्व के 4 या 5 ही ऐसे देश हैं जिनके पास ये टीम है.
भारतीय वायुसेना की सुर्यकिरण एरोबैटिक टीम का डिस्प्ले 6 विमानों के साथ जोधपुर में हुआ. इस टीम का मुख्य उद्देश्य देश के विभिन्न हिस्सों में जाकर प्रदर्शन करना है और युवाओं को प्रेरित करना है कि वो एयरफोर्स ज्वाइन करें. वायुसेना की 84वीं वर्षगांठ के अवसर पर ये शो किया गया. पाकिस्तान बॉर्डर से सिर्फ 200 किलोमीटर दूर, आसमान में ये हिन्दुस्तान की ताकत है.
हवा से बातें करते और दहाड़ते ये फाइटर जेट्स देश के उन दुश्मनों को दो टूक संदेश दे रहे हैं कि अगर बॉर्डर पर नापाक हरकतें नहीं रुकी अगर किसी तरह के दुस्साहस की कोई कोशिश हुई तो अंजाम इतना बुरा होगा. जो पहले शायद कभी नहीं हुआ. हवा में हिन्दुस्तान की ताकत का ये खुल्लखुल्ला प्रदर्शन पाकिस्तान बॉर्डर से दूर जोधपुर में हजारों लोगों के सामने हुआ.
एयरफोर्स के हॉक्स विमानों ने जब जमीन से हजारों फीट ऊपर सूर्यकिरण का पराक्रम दिखाया तो नीचे जमीन पर बैठे हिन्दुस्तानियों का सीना गर्व से चौड़ा गया. इस बात की तस्दीक पक्की हो गई कि इन जांबाजो के रहते हिन्दुस्तान की सरहद को कोई छू भी नहीं सकता, पार करना तो बहुत दूर की बात है. देखिए ‘अकाशगंगा’ पर स्पेशल रिपोर्ट सिर्फ इंडिया न्यूज पर