नई दिल्ली. हिंदुस्तान वो मुल्क जिसकी तरप पूरी दुनिया उम्मीदों से देख रही है. वो मुल्क जो तेज़ी के साथ दुनिया के नक्शे पर उभर रहा है. जो विश्वशक्ति बनने की दौड़ में तेज़ी से दौड़ रहा है. जहां दुनियाभर में अशांति के बादल छाए हुए हैं, हिंदुस्तान गर्व से सिर उठाए खड़ा है, तो इसकी सबसे बड़ी वजह है भारत के वो सपूत जो ज़मीन से लेकर आसमान तक मुल्क की हिफाज़त कर रहे हैं. आज हम आपको दिखाने वाले हैं भारतीय एयरफोर्स का पराक्रम.
साल 2016 में भारतीय वायु सेना के बेड़े में शामिल हुए लड़ाकू विमान दिन-रात दुश्मन को धूल चटाने में सक्षम हैं. जिनके दम पर दुनिया की चौथी सबसे शक्तिशाली वायु सेना इंडियन एयर फोर्स की मारक क्षमता इतनी बढ़ गई है.
भारतीय एयरफोर्स का सुखोई-30
सुखोई-30 भारतीय वायु सेना का सबसे अचूक हथियार है. इसकी मारक क्षमता ऐसी है कि दुश्मन की आधी जान तो इसे देखकर ही सूख जाती है. यह विमान 3000 किलोमीटर की दूरी तक जाकर हमला कर सकता है. सुखोई 30 को ताकत दो AI-31 टर्बोफैन इंजनों से मिलती हैं. इसकी रफ्तार 2600 किलोमीटर प्रति घंटे है. सुखोई 30 में एकबार में 12 बड़े बम और मिसाइलें लेकर उड़ सकता है.
भारतीय एयरफोर्स का जगुआर
हिंदुस्तान की वायु सेना का दूसरा फैलादी परिंदा जगुआर है. नाम की ही तरह ये भी हवा में बेहद खतरनाक एक तेंदुए की तरह है. जगुआर ही मिराज 2000 और सुखोई के अलावा ऐसा लड़ाकू विमान है जो न्यूक्लियर हथियार ले जा सकता है और दुश्मन देश पर गिराकर उसे तबाह कर सकता है.
भारतीय एयरफोर्स का तेजस
दुश्मन पर जानलेवा वार करने वाला अचूक लड़ाकू विमान तेजस है ये खामोशी से वार करता है. इसके आने की आहट दुश्मनों को नहीं लगती, लेकिन एक बार दुश्मन ज़द में आ जाएं तो ये ऐसी तबाही मचाता है कि दुश्मन के चारों खाने चित्त हो जाते हैं. तेजस करीब 43 फीट लंबा है. तेजस एक साथ 8 मिसाइलें ले जा सकता है. तेजस हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों में पाइथन -5, डर्बी, अस्त्र, R-77, R-73 मिसाइलें से लैस होता है. इसके अलावा तेजस हवा से ज़मीन पर मार करने वाले 3 और 2 एंटी शिप मिसाइलों से लैस होता है.
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