सवाई माधोपुर। हम सब जानते हैं कि वाइल्ड लाइफ का हर लम्हा एडवेंचर्स से भरपूर होता है। इसी एडवेंचर का आनन्द उठाने के लिए सैंकड़ों की संख्या में पर्यटक हर दिन रणथम्भौर पहुंचते हैं। ऐसा ही एक यादगार लम्हा पर्यटकों को रणथम्भौर के जोन नम्बर 6 में उस समय देखने को मिला जब बाघिन टी-39 नूर को अपने क्षेत्र में एक लेपर्ड का घुसना अच्छा नहीं लगा। बाघिन को लेपर्ड का दखल इतना नागवार गुजरा कि उसने लेपर्ड पर हमला बोल दिया, लेकिन लेपर्ड भी जंगल का शातिर शिकारी था। बाघिन के दांव से बचने के लिए वह तुरंत पेड़ पर चढ़ गया और अपनी जान बचा ली।
दरअसल, रणथम्भौर के जोन नम्बर 6 में पार्क भ्रमण के दौरान पर्यटकों को बाघिन नूर के दर्शन हुए। इसी बीच एक लेपर्ड वहां पहुंच गया। बाघिन को लेपर्ड का अपनी क्षेत्र में आना नागवार गुजरा और वह अचानक हमलावर हो गई। बाघिन ने जब हमला बोला तो लेपर्ड ने झट से दौड़ लगा दी। इसके बाद बाघिन भी अपने शिकार के पीछे दौड़ने लगी। खतरा बढ़ता देख लेपर्ड ने एक पेड़ पर शरण ली। पीछे-पीछे बाघिन भी पेड़ पर चढ़ गई। हालांकि वह सिर्फ 8 सेंकड ही पेड़ पर रह सकी। इसके बाद लेपर्ड पेड़ पर ज्यादा उंचाई पर चला गया और अपनी जान बचा ली।
बता दें कि बाघ-बाघिन अपने भारी वजन की वजह से पेड़ पर ज्यादा ऊंचाई तक नहीं चढ़ पाते हैं। रणथंभौर भ्रमण पर गए पर्यटकों ने बाघिन टी-39 नूर द्वारा लेपर्ड पर किये गए हमले और लेपर्ड का पीछा कर पेड़ पर चढ़ने का पूरा वाकया अपनी मोबाईल कैमरों में कैद कर लिया। ये वीडियो अब सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। लोग इस वीडियो को काफी पसंद कर रहे हैं।
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