दाल-रोटी पहले गरीब का भोजन होता था लेकिन अब दाल गरीब की थाली से गायब हो गई है. वजह है, दाल की कीमत में जबरदस्त उछाल, बाजार में दाल 160 से लेकर 180 रुपये प्रति किलो के हिसाब से मिल रही है. आसमान छूती दाल की कीमतों को फनी अंदाज में देखिये स्माइल प्लीज के […]
बिहार विधानसभा चुनाव में वोट के लिए वादों और दावों की बौछार जारी है बीजेपी ने अपने विजन डॉक्यूमेंट में मेधावी छात्रों को लैपटॉप जबकि छात्राओं को स्कूटी देने के साथ नये ITI और पॉलीटेक्निक खोलने का वादा किया है बीजेपी दलित-महादलितों को टीवी और गरीबों को शाल-धोती देने का वादा कर रही है दूसरी ओर जेडीयू ने छात्राओं को साइकिल, कॉलेजों में फ्री वाई-फाई, और मेधावी छात्रों को स्टूडेंट स्मार्ट कार्ड देने का वादा किया है दोनों ही पार्टियां बिजली पानी और विकास के जमकर दावे कर रही हैं इन्हीं चुनावी वादों को फनी अंदाज में दिखाया गया है स्माइल प्लीज के इस एपिसोड में
अमेरिका में मोदी का स्वागत सुपरस्टार की तरह हुआ। संयुक्त राष्ट्र जनरल असेंबली में मोदी का भाषण, अमेरिका की बड़ी कंपनियों के सीईओ के साथ मीटिंग, फेसबुक के चीफ मार्क जुकरबर्ग के साथ मुलाकात या फिर राष्ट्रपति बराक ओबामा से भेंट, मोदी जहां-जहां गये वो छाए रहे। कैसे सुपरमैन की तरह मोदी का जादू अमेरिका में चला.
कांग्रेस पर परिवारवाद का आरोप लगता रहा है लेकिन इस बार बिहार चुनाव में एनडीए के घटक दलों ने टिकट बंटबारे में परिवार और अपने करीबियों को जमकर टिकट दिए.
दिल्ली में प्याज के महंगे होने पर केजरीवाल सरकार ने राजधानी के कई इलाकों में स्टॉल लगाकर 30 रुपये किलो प्याज बेचकर सुर्खियां पाईं. आरटीआई एक्टिविस्ट विवेक गर्ग ने एक आरटीआई के जरिये खुलासा किया कि दिल्ली सरकार ने प्याज 18 से 20 रुपये प्रति किलो के हिसाब से खरीदकर 30 रुपये किलो बेचा.
बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने स्टार प्रचारकों की लिस्ट में आखिरकार बिहारी बाबू यानि शत्रुघ्न सिन्हा का नाम शामिल कर ही लिया. खबरें आ रही थीं कि चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी शॉटगन को खामोश ही रखेगी क्योंकि शत्रुघ्न सिन्हा एक तरफ नीतीश के साथ करीबियां दिखा रहे थे दूसरी ओर पार्टी लाइन से अलग जाकर बयान भी दे रहे थे लेकिन बीजेपी ने चुनाव के दौरान भीतरघात और शॉटगन को शांत रखने के लिए आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी समेत शत्रुघ्न सिन्हा का नाम स्टार प्रचारकों कि लिस्ट में शामिल कर लिया
काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती ये बात आम आदमी पार्टी की डूसू चुनाव में हुई हार पर खूब फिट बैठती है. दिल्ली विधानसभा चुनाव में 67 सीटें जीतकर प्रचंड बहुमत पाने वाली आम आदमी पार्टी ने पहली बार दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में हाथ आजमाने की कोशिश की. आम आदमी पार्टी की छात्रसंघ इकाई सीवाईएसएस ने चुनाव में केजरीवाल के नाम को भुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी.
यूपी सरकार ने राज्य के गरीब महिला और पुरुषों को साड़ी और कंबल देने की योजना शुरु की थी लेकिन इस योजना में साड़ियों का रंग सरकार के लिए मुसीबत बन गया. जिन महिलाओं को लाल रंग मिलता वह नीली रंग की साड़ियों की मांग करती और जिन्हें नीली साड़ी मिलती वो लाल रंग की […]
नरेंद्र मोदी की हवा को रोकने के लिए मुलायम सिंह यादव ने जनता परिवार का गठन किया. बिहार चुनाव के मद्देनजर लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार को एक किया. इतना ही नहीं वो मुलायम सिंह ही थे जिन्होंने नीतीश कुमार की बतौर सीएम उम्मीदवार जमकर पैरवी भी की जिसके बाद नीतीश को महागठबंधन […]
दिल्ली सरकार में कानून मंत्री की कुर्सी केजरीवाल के लिए एक बड़ी मुसीबत बनती जा रही है इस कुर्सी पर जो भी बैठता है वो केजरीवाल के परेशानी बन जाता है. केजरीवाल जब दिल्ली में पहली बार सीएम बने तब सोमनाथ भारती को कानून मंत्री बनने का मौका मिला लेकिन खिड़की एक्सटेंशन विवाद में उनके […]