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केजरीवाल की काठ की हांडी

काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती ये बात आम आदमी पार्टी की डूसू चुनाव में हुई हार पर खूब फिट बैठती है. दिल्ली विधानसभा चुनाव में 67 सीटें जीतकर प्रचंड बहुमत पाने वाली आम आदमी पार्टी ने पहली बार दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में हाथ आजमाने की कोशिश की. आम आदमी पार्टी की छात्रसंघ इकाई सीवाईएसएस ने चुनाव में केजरीवाल के नाम को भुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी.

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  • September 18, 2015 8:34 am Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago
नई दिल्ली. काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती ये बात आम आदमी पार्टी की डूसू चुनाव में हुई हार पर खूब फिट बैठती है. दिल्ली विधानसभा चुनाव में 67 सीटें जीतकर प्रचंड बहुमत पाने वाली आम आदमी पार्टी ने पहली बार दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में हाथ आजमाने की कोशिश की. आम आदमी पार्टी की छात्रसंघ इकाई सीवाईएसएस ने चुनाव में केजरीवाल के नाम को भुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी.
 
दिल्ली यूनिवर्सिटी की सड़कों को केजरीवाल के पोस्टरों से पाट दिया गया इतना ही नहीं यूथ को रिझाने के लिए नौकरियां, फ्री वाई-फाई और एजुकेशन लोन दिलाने के वादे किये गये. तालकटोरा स्टेडियम में रॉक शो आयोजित कर पार्टी ने यूथ को अपनी ओर बनाए रखने की पूरी कोशिश की गई लेकिन जिस यूथ के दम पर केजरीवाल ने दिल्ली में प्रचंड बहुमत पाया था वो डूसू चुनाव में चारों खाने चित्त हो गई.
 

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