India News Manch: Vijay Diwas नई दिल्ली. आज पूरा देश विजय दिवस मना रहा है. पचास साल पहले इसी दिन 1971 में भारत के शूरवीर जवानों ने पाकिस्तान सेना को करारी शिकस्त दी थी. महज़ 13 दिनों की लड़ाई में भारतीय सपूतों ने पाकिस्तान को घुटनों पर ला दिया था. आज इंडिया न्यूज़ मंच के […]
नई दिल्ली. आज पूरा देश विजय दिवस मना रहा है. पचास साल पहले इसी दिन 1971 में भारत के शूरवीर जवानों ने पाकिस्तान सेना को करारी शिकस्त दी थी. महज़ 13 दिनों की लड़ाई में भारतीय सपूतों ने पाकिस्तान को घुटनों पर ला दिया था. आज इंडिया न्यूज़ मंच के ख़ास मौके पर विजय दिवस पर रिटायर्ड जनरल जेजे सिंह और एयर मार्शल अनिल चोपड़ा ने इंडिया न्यूज़ के साथ ख़ास बातचीत की.
इंडिया न्यूज़ मंच पर 1971 के उस दिन को याद करते हुए जनरल जेजे सिंह बोले कि, 1971 के युद्ध में बांग्लादेश ने मदद मांगी और हमने उनकी मदद की, बांग्लादेशी आवाम ने भी हमारा साथ दिया 95 हजार सैनिकों को सरेंडर करवाया. पाकिस्तान इस युद्ध को नही भूल सकता, देश की फौज, आर्थिक मजबूती और सशक्त लीडरशिप की वजह से यह युद्ध एक सप्ताह में ही खत्म हो गया. आज के दौर में एक अलग किस्म का युद्ध चल रहा है. आज साइबर युद्ध का चलन हो रहा है, जिससे सावधान रहने की आवश्यकता है. सभी देश अपनी काबिलियत को बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं. साइबर अटैक से भी हम लोगों को बचना है इसका जवाब भी देना है. देश की व्यापक शक्ति को बढ़ाना है.
जनरल जेजे सिंह ने आगे कहा कि पाकिस्तान के साथ बातचीत हो सकती है लेकिन आतंक को उसे छोड़ना पड़ेगा, लेकिन वह ऐसा नही कर सकता. वह हमेशा कहता है कि उसकी जमीन से आतंक नही पैदा हो रहा है. लेकिन उसकी हकीकत पूरी दुनिया को पता है. हमने पहले ही कहा था कि हमें सीडीएस की जरूरत है, मोदी सरकार ने सीडीएस की कमी को पूरा किया. तीनों सेनाओं को एक-दूसरे विभाग में भेजने की वकालत भी मैने किया था कि सभी सेना के जवान एक-दूसरे को समझें जिससे कि उनका ज्ञानवर्धन हो.
भारतीय सेना हर मोर्चे पर युद्ध लड़ सकती और जीत हासिल कर सकती है. 1971 के युद्ध में कम्युनिकेशन की थोड़ी कमी थी. सीडीएस बनाने का सुझाव सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने दिया था ताकि तीनों सेनाओं का कम्युनिकेशन बन सके और युद्व के दौरान थल, वायु और जल सेना सही जानकारी और सटीक निशाना लगा सके.
इंडिया न्यूज़ मंच पर 1971 के उस दिन को याद करते हुए एयर मार्शल अनिल चोपड़ा ने कहा कि “आज पाकिस्तान आर्थिक रूप से बर्बाद हो चुका है. चाइना उसे कर्ज में डूबो रहा है और पाकिस्तान की जमीन को कब्जा कर रहा है.
इंडिया की ग्राउंड फोर्स 3 लाख सीमा पर है और चाइना की फोर्स लगभग एक लाख है. हां मैं यह कह सकता हूं कि रशिया ने हमें हथियार दिए, लेकिन टेक्नोलॉजी नहीं दी, अब इंडिया हर तरह की मिसाइल बना रहा है. ब्रह्मोस, अग्नि आदि मिसाइल बना रहा है. अब इंडिया मिसाइल और गन दूसरे देशों को भी बेच रहा है और आने वाले समय में और भी देश भारतीय हथियारों को खरीदेंगे. पहले हम हथियार बेचने की स्थिति में नहीं थे, आज आत्मनिर्भर भारत के तहत कई प्रोजेक्ट इस काम में अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं.”