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प्रधानमंत्री मोदी की चाल से पस्त हुआ पाकिस्तान

29 सितम्बर की रात को भारतीय सेना की ओर से पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में घुस कर आतंकवादियों के खिलाफ की गयी कार्रवाई काबिल ए तारीफ थी. लेकिन सेना के इस जवाबी हमले को अगर आप ऐसी पहली घटना मान रहे हैं तो यह सही नहीं है.

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  • September 30, 2016 5:40 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली. 29 सितम्बर की रात को भारतीय सेना की ओर से पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में घुस कर आतंकवादियों के खिलाफ की गयी कार्रवाई काबिल ए तारीफ थी. लेकिन सेना के इस जवाबी हमले को अगर आप ऐसी पहली घटना मान रहे हैं तो यह सही नहीं है.
 
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दरअसल पिछले 45 सालों में सेना ने जरुरत पड़ने पर कई बार सरहद पार इस तरह के ऑपरेशन्स को अंजाम दिया है. इस तरह का सबसे पहला ऑपरेशन 1971 के समय हुआ था जब हमारी सेना बांग्लादेश में घुसी थी और उसे आजाद कराया था. इसके बाद 1987 में लिट्टे के खात्मे के लिए भारत की ओर से  शांति रक्षा बलों के 50 हजार जवानों को श्रीलंका में भेज गया था.
 
भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भारत का अगला कदम क्या है इसी पर पूरे भारत में चर्चा है. भारत पाकिस्‍तान को अलग-थलग करने के लिए कूटनीतिक और आर्थिक उपायों पर भी विचार कर रहा है. बता दें कि पाकिस्‍तान आकार में भारत का पांचवां हिस्‍सा है जबकि हमारी अर्थव्‍यवस्‍था के सातवें हिस्‍से के बराबर उसकी अर्थव्‍यवस्‍था है.  
 
 
 
 
 
 
 

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