नई दिल्ली: ये वो कलाईयां है, जिसपर विराट ने भरोसा दिखाया ये वो ही कलाईयां है जहां से निकलती गेंदे इस सीरीज में विराट की सफलता को एक और आयाम देंगी. इसी भरोसे की वजह से अंगुली से गेंद को घुमाने वालो की जगह दो कलाई के जादूगर टीम में आए.
17 सितंबर से चेन्नई में शुरु हो रही सीरीज में कलाई के स्पिनर्स का अधिक होना ये दर्शाता है कि कप्तान और कोच की रणनीति क्या है ? कंगारूओं के लिए स्पिन हमेशा सिरदर्द रहा है, लेकिन इस बार फ्लेट पिचों पर wrist स्पिन की अबूझ पहेली से युवाओं पर भरोसा कर अश्विन और जडेजा को आराम दे कोहली ने बड़ा दांव खेला है.
चहल की गुगली और चाइनामैन की मिस्ट्री वॉर्नन, स्मिथ, मैक्सवेल के लिए पढ़ना कतई आसान नहीं होगा. कुलदीप को मौके भले ही कम मिले हैं. लेकिन हर फॉर्मेट में अपना दम मिस्ट्री वॉलर ने भरपूर दिखाया है. श्रीलंका के खिलाफ पल्लीकेल टेस्ट में कुलदीप ने 5 विकेट .
कुलदीप का तो इंटरनेशल क्रिकेट में डेब्यू भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ धर्मशाला टेस्ट में 4 विकेट के साथ शानदार हुआ था. वहीं 2016 से ही चहल आईपीएल के जरिए कोहली के नजरों में रहे हैं और अब श्रीलंका में मौका मिला तो इंटरनेशल लय में भी है. 4 वनडे मैचों में 5 विकेट और एक टी-20 में 3 विकेट के साथ फॉर्म में हैं.
गुगली में बढ़ती धार चहल को इस सीरीज में और खतरनाक बना रही है. विराट की नई पहल से दो मैचविनर टीम में तो आ गए. इनकी गेंदो का टप्पा विरोधी टीम को कितना टेंशन देता है. ये सीरीज के पहले तीन मैच तय कर देगें. सितंबर से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक टफ सीरीज की शुरुआत होने जा रही है.