नई दिल्ली: यहीं 3 मंत्र इस गेंदबाज को बाकी गेंदबाजो से अलग बनाता है.चीकू का ये चीता अब भरोसे का दूसरा नाम बन चुका है.किंग्स ऐलेवन के खिलाफ इन पांच गेंदो ने एक बार फिर इस बात के संकेत दे दिए हैं कि भुवनेश्वर कुमार आइपीएल सीजन 10 में उसी भरोसे में एक बार फिर खरे उतर रहे हैं.
गेंद को दोनों तरफ स्विंग कराने के लिए मशहूर भुवी इस बार के आईपीएल में रफ्तार भी साथ लेकर आए है. अब गेंद रफ्तार के साथ स्विंग करेगी तो वहीं होगा जो कल हैदराबाद में देखने को मिला.भुवी के सामने ना कोई बाएं हाथ का बल्लेबाज टिका और ना ही कोई दांए हाथ का बल्लेबाज है. उनकी बढ़ती रफ्तार और धार का सबूत है और उनकी एक बल्लेबाज के लिए तैयारी का एहसास भी कराता है.
एक गेंदबाज के तौर पर भुवी इस आईपाएल में अपनी नई पहचान बनाने में कामयाब हुए है जो अब कंडीशन के भरोसे नहीं है. फिटनेस पर लगातार काम करके भवी अब लगातार 138 से 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी कर रहे है.जो उनको ज्यादा प्रभावशाली बना रहा है बेहतरीन फिटनेस और प्रेक्टिस की वजह से वो शानदार यार्कर फेंकने में कामयाब हो रहे है.
भुवी का ग्राफ पिछले आईपीएल से बढ़ने लगा था और इस बार वो पहले से ज्यादा खतरनाक नजर आ रहे है.भुवी ने आईपीएल सीजन 9 में 17 पारियों में 23 विकेट लिए थे और सीजन दस में वो पांच पारियों में ही 7.20 की औसत और 5.40 की इकॉनामी से 15 विकेट ले चुके है.
टेस्ट क्रिकेट में सीमित मौकों के बावजूद भुवी ने टीम में अपनी जगह पक्की कि और अब टी 20 में लगातार अच्छी गेंदबाजी करके वो अपनी टिकट चैंपियन्स ट्रॉफी के लिए भी लगभग पक्की कर चुके है.